दुनिया भर में अलग-अलग धर्म, संस्कृति के लोग रहते हैं। जिनका धर्म और रीति-रिवाज भी एक-दूसरे से अलग ही होते हैं। कई लोगों के लिए तो रिश्तों की परिभाषा भी अलग ही होती है। ऐसे ही एक गांव साउथ अफ्रीका का भी है यहां एक अनोखी बात सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इस गांव में महिलाएं शादी के बिना ही प्रेग्नेंट हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं कि कैसे महिलाएं बिना शादी के प्रेग्नेंट होती हैं।
पुरुषों की एंट्री पर है बैन
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के इस गांव में मर्दों की एंट्री पर बैन है। इस गांव का नाम उमोजा है। यहां पर सिर्फ महिलाओं और बच्चों की ही रहने की इजाजत है। 30 सालों से मर्दों ने इस गांव में कदम नहीं रखा है। क्योंकि यहां पर मर्दों की एंट्री पर बैन है। गांव में खेल-कूद कर रहे बच्चों की यह भी नहीं पत्ता होती कि उनका बाप कौन है। गांव की सारी जिम्मेदारी भी महिलाओं पर ही होती है। महिलाएं अकेले ही अपने बच्चों की देखभाल करती हैं। खुद ही मेहनत करके अपना घर चलाती हैं।
रेप की शिकार हुई महिलाओं ने बसाया था यह गांव
खबरों की मानें तो इस गांव में लगभग 250 महिलाएं रहती हैं। घने जंगल के बीच बसे हुए इस गांव में महिलाओं को अकेले रहने में भी बिल्कुल डर नहीं लगता है। हालांकि यह गांव भी महिलाओं ने ही बसाया है। मान्यता है कि सालों पहले यहां पर ब्रिटिश सैनिक आए थे और जब आदिवासी महिलाएं बकरियां और भेड़ें चरा रही थी उस समय उन्होंने उनका रेप किया था। लगभग 15 महिलाएं रेप का शिकार हुई थी, जिन्हें पुरुषों से नफरत हो गई थी। उन महिलाओं ने पुरुषों से अलग होकर ही अपने एक अलग दुनिया बसा ली थी। अगर अब की बात करें तो इस गांव में लगभग 250 महिलाएं हैं। आप खुद ही सोचिए बिना मर्दों के इस गाव में उनकी संख्या में कैसे बढ़ोतरी हुई।
इस तरह से प्रेग्नेंट होती है यहां पर महिलाएं
आपको बता दें कि यह किसी भी तरह का कोई चमत्कार नहीं है। बिना मर्दों के महिला प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है, यह भी प्रकृति का एक नियम ही है। ऐसा कहा जाता है कि रात के अंधेरे में मर्द इन घने जंगलों में चोरी-छिपे आते हैं और गांव की जवान लड़कियां उसके पास आती हैं। लड़कियां तबतक उनके साथ शारीरिक संबंध बनाती हैं जब तक वो प्रेग्नेंट न हो जाएं। प्रेग्नेंट हो जाने पर लड़कियां उनसे अपने रिश्ते खत्म कर लेती हैं। बच्चों को जन्म देने के बाद भी खुद ही उसकी देखभाल करती हैं। बच्चों को भी उनके पिता के बारे में कुछ नहीं बताती। इसके अलावा इस गावं में जो महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं वो भी यहां आकर रहती हैं। बाल विवाह से बचकर और रेप का शिकार हुई औरतें भी इसी गांव में आकर अपना घर बसाती हैं। इस गांव में बच्चों के लिए स्कूल भी खोला गया है।