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सिर्फ सावन या शिवरात्रि में ही नहीं रोजाना करें भगवान शिव के इन प्रभावशाली मंत्रों का जाप, प्रसन्न हो उठेंगे महादेव

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 05 Feb, 2025 07:07 PM
सिर्फ सावन या शिवरात्रि में ही नहीं रोजाना करें भगवान शिव के इन प्रभावशाली मंत्रों का जाप, प्रसन्न हो उठेंगे महादेव

नारी डेस्क: कहते हैं कि जो सच्चे मन से अराधना करता है भेलेनाथ उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं।  भगवान शिव को आदियोगी, त्रिनेत्रधारी और महादेव कहा जाता है। वे संहार और सृजन दोनों के देवता हैं। शिव मंत्रों का नियमित जाप करने से मन को शांति, सफलता, और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। ये मंत्र नकारात्मक शक्तियों को दूर करने, शत्रु बाधा समाप्त करने, आर्थिक समृद्धि लाने और सुख-शांति प्रदान करने में बहुत प्रभावी माने जाते हैं। आज हम आपको सबसे शक्तिशाली शिव मंत्र, उनके अर्थ और फायदे बताने जा रहे हैं।


महामृत्युंजय मंत्र

“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।_
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”_

अर्थ: हे तीन नेत्रों वाले भगवान शिव! हम आपकी पूजा करते हैं। आप हमें जीवन शक्ति और समृद्धि प्रदान करें, जैसे ककड़ी पकने के बाद बेल से स्वतः ही अलग हो जाती है, वैसे ही हमें मृत्यु और बंधनों से मुक्ति प्रदान करें। यह अकाल मृत्यु से बचाने वाला सबसे शक्तिशाली मंत्र है। इसे रोजाना जपने से मानसिक और शारीरिक बीमारियों से रक्षा करता है।


पंचाक्षरी मंत्र 

“ॐ नमः शिवाय”

अर्थ: इसका अर्थ है – "हे भगवान शिव, आपको मेरा नमन है।" यह  मन की शांति और ध्यान केंद्रित करने में सहायक।


 रुद्र गायत्री मंत्र

“ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि।_
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥”_

अर्थ: हे महादेव, हम आपको जानना चाहते हैं, आपकी पूजा करते हैं। कृपया हमें सत्य की ओर प्रेरित करें। यह ज्ञान, आत्मबल और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाता है। ये जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला मंत्र है।

 

कालभैरव मंत्र (शत्रु नाशक मंत्र)

नारी डेस्क: कहते हैं कि जो सच्चे मन से अराधना करता हैभेलेनाथ उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं। 

अर्थ: हे काल भैरव, आप सभी प्रकार के भय को हरने वाले हैं, आपको मेरा नमन है। यह बुरी नजर, जादू-टोना और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है। इसे रोजाना जपने से आत्मविश्वास और साहस को बढ़ावा मिलता है।

 

 शिव तांडव स्तोत्र (रावण रचित मंत्र)

“जटाटवी-गलज्जल-प्रवाह-पावित-स्थले_
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंग-तुङ्ग-मालिकाम्॥”

अर्थ: भगवान शिव के जटाओं से गंगा प्रवाहित होती है, उनके गले में बड़े-बड़े नागों की माला है। उनकी महिमा अपरंपार है। यं मंत्र जीवन में कठिनाइयों को दूर करता है। मन को दृढ़ और शक्तिशाली बनाता है।

 

जाप के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

-स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनें।
-भगवान शिव का गंगाजल, बेलपत्र और भस्म से अभिषेक करें।
-मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष माला का उपयोग करें।
-जाप के दौरान मन को शांत रखें और पूर्ण श्रद्धा से करें।
-मंत्र का जाप सुबह और शाम 108 बार करने से अधिक लाभ मिलता है।


शिव मंत्रों का जाप करने से आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। विशेषकर महामृत्युंजय मंत्र, पंचाक्षरी मंत्र और रुद्र गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने से जीवन की सभी परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं।

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