ग्रीन-टी एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होती है। इसके सेवन से इम्यूनिटी तेजी से बढ़ने में मदद मिलती है। इसके साथ ही शरीर पर जमा एक्सट्रा चर्बी कम होकर बॉडी सही शेप में आती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसके सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने से भी बचाव रहता है। मगर अक्सर लोगों को इसका स्वाद पसंद नहीं आता है। ऐसे में इसमें बहुत से गुण होने के बावजूद भी कई लोग इसे पीने से झिझकते हैं। मगर आप इसका टेस्ट बढ़ाने के लिए इसमें कुछ चीजों मिला सकती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...
ऐसे उबाले
आपके ग्रीन-टी बनाने के तरीके से भी इसके स्वाद में फर्क पड़ता है। गर्म पानी में ज्यादा देर तक ग्रीन-टी बैग रखने व इसकी पत्तियों को उबाले से चाय का स्वाद बिगड़ सकता है। इसके कारण ग्रीन-टी में कड़वाहट भरा टेस्ट आने लगता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले धीमी आंच पर पानी उबालें। उसके बाद मग पर छन्नी रखकर इसमें ग्रीन टी रखें। उसके बाद इसमें गर्म पानी डालें। आपको मग में छन्नी इस तरह रखी है जिससे तली गर्म को टच करें। इससे पत्तियों का अर्क पानी में आसानी से आ जाएगा। 2 मिनट तक इसे रहने दें। बाद में एक चम्मच से हिलाएं और ग्रीन-टी पीने का मजा लें।
इन चीजों से बढ़ाएं टेस्ट
अगर आपको इसका स्वाद कड़वा लगता है तो आप इसमें नींबू व शहद मिला सकती है। इससे इसका स्वाद बढ़ने के साथ और न्यूट्रिशनल वैल्यू भी बढ़ेगी। इसके अलावा आप इसमें काली मिर्च, इलायची व अदरक का रस भी मिला सकती है।
ग्रीन-टी पीने के अन्य फायदे
. वजन कम करने में मददगार
. कैंसर से बचाए
. ब्लड प्रेशर व डायबिटीज रखें कंट्रोल
. शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं