छोटे बच्चे प्यार के भूखे होते हैं उन्हें जहां भी प्यार मिले वो वहां पर अपना दिल लगा लेते हैं। इसके अलावा बच्चे अपने माता-पिता के भी काफी क्लोज होते हैं। हर माता-पिता यही चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा और अच्छे जीवन मिले। ऐसे में पेरेंट्स को बचपन से ही बच्चों को अच्छी आदतें सिखानी होगी। अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे हर किसी की बड़े होकर केयर करें तो आप उन्हें बचपन से ही यह चीजें सिखाना शुरु कर दें। तो चलिए आपको बताते हैं ऐसी कौन सी आदतें हैं जो आपको बचपन से ही बच्चों को सिखानी चाहिए...
सिखाएं मदद करना
बच्चों के लिए सबसे पहले रोल मॉडल उसके पेरेंट्स ही होते हैं ऐसे में यदि आप उन्हें कोई भी चीज सिखाएंगे तो वह आसानी से सिख लेंगे। उन्हें सिखाएं कि घर के हर सदस्य का ख्याल रखें, अपने आस-पास के लोगों की मदद करें। जरुरतमंद व्यक्तियों की सहायता करें। किसी अंजान व्यक्ति की सहायता करें इससे बच्चे हर किसी का ख्याल रखना सिखेंगे और उनके मन में हर किसी के लिए एक अच्छी देखभाल का भाव भी उत्पन्न होगा।
खुद भी करें चीजों को फॉलो
बच्चों के सामने यदि आप भी किसी की मदद, जानवरों और पेड़-पौधों का सम्मान करते हैं तो इससे बच्चे भी अपने आस-पास की चीजों को लेकर रिस्पॉन्सिबल होंगे। इसके अलावा वह बिना हिचकिचाए हुए आसानी से सभी की मदद कर पाएंगे। आप चाहें तो उन्हें किसी संस्था से भी जोड़ सकते हैं। संस्था के साथ जुड़के नेक काम करके बच्चे नई-नई चीजों को एक्सपलोर कर पाएंगे।
छोटे-छोटे काम करने के लिए करें प्रेरित
इसके अलावा आप बच्चों को जैसे की घर में मौजूद सदस्य दादी-दादा की देखभाल करने की जिम्मेदारी भी दे सकते हैं। इसके अलावा यदि उनका कोई छोटा भाई या बहन है तो उसे स्कूल साथ में ले जाने के लिए कहें । उन्हें इस बात का एहसास दिलवाएं कि घर के सदस्यों की अच्छे से केयर करें उनका फर्ज है। इससे वह अपना काम और भी अच्छे से कर पाएंगे। इसके अलावा यदि आपका बच्चा हर समय घर में अकेला रहता है तो आप उसे कोई पेट भी खरीद कर दे सकते हैं।
गलती करने पर माफी मांगना बताएं
बच्चों को यह भी जरुर सिखाएं कि यदि उनसे कोई गलती होती है तो वह इस पर माफी जरुर मांगे। कई बार पेरेंट्स बच्चों की गलतियां हंसी-हंसी में नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन इससे बच्चे आगे चलकर और भी बदतमीज बन सकते हैं। ऐसे में उन्हें यह आदत जरुर सिखाएं कि यदि उनसे गलती हुई है तो वो सामने वाले से माफी भी जरुर मांगें।
दूसरों के प्रति सहानुभूति
बच्चों को सिखाएं कि दूसरों के प्रति उसे सहानुभूति रखनी चाहिए। आप चाहें तो उनके सामने किसी दोस्त के ऊपर चर्चा कर सकते हैं। जैसे यदि उनका दोस्त हर समय उदास रहता है तो आप उससे पूछें कि उनका दोस्त किस बात पर नाराज है। इससे बच्चे दूसरे की परेशानियां समझना सिखेंगे और उनके प्रति सहानुभूति भी दिखाएंगे।