दोस्त एक ऐसा शब्द है जो अपने आप में ही बहुत ज्यादा मायने रखता है। बच्चे, बूढ़े या फिर कोई भी हो सबका कोई न कोई दोस्त जरुर होता है। दोस्ती कितनी खास है इस बात का महत्व बताने के लिए हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। ऐसे में आज इस खास दिन पर बच्चों को दोस्ती के मायने सिखाते हुए उन्हें बताएं कि यह कितनी जरुरी होती है। बच्चों को बताएं कि दोस्ती जिंदगी का एक ऐसा रिश्ता होता है जो हमें कई बातें सिखाता है। तो चलिए आज आपको इस खास मौके पर बताते हैं कि आप फ्रेंडशिप को और खास कैसे बना सकते हैं....
बच्चों को सिखाएं बोलने का सही तरीका
पेरेंट्स अपने बच्चों को दोस्ती का मतलब सिखाते हुए उन्हें सही तरीके से बोलना सिखाएं। बच्चों को बताएं कि अपने दोस्तों के साथ किस तरह मिठास के साथ बात करनी है। अगर बच्चा किसी अपने क्लासमेट के साथ दोस्ती करना चाहता है तो उसे रोजाना हॉय हेलो करना सिखाएं। इससे उनकी दोस्ती और भी गहरी होगी।
इज्जत करना सिखाएं
बच्चों को यह सिखाएं कि उन्हें अपने दोस्त की इज्जत करनी है। पेरेंट्स अपने बच्चों को पहले गुरु होते हैं ऐसे में उन्हें दूसरों की इज्जत करना जरुर सिखाएं। उन्हें बताएं कि हर बात पर किसी का मजाक उड़ाना सही नहीं है। बात-बात पर किसी का मजाक उड़ाने से उन्हें हर्ट हो सकता है। इसके अलावा बच्चे को बताएं कि उन्हें दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
शेयरिंग भी है जरुरी
शेयरिंग की आदत बच्चों को जरुर सिखाएं। आपस में बांटकर चीजें लेना एक अच्छे व्यक्ति की निशानी होती है इसके अलावा शेयरिंग के जरिए भी बच्चे नए दोस्त बना सकते हैं। जिस क्लासमेट को बच्चे अपना दोस्त बनाना चाहते हैं उसके साथ पेंसिल, रबर और खाना शेयर कर सकते हैं।
जरुर करें दूसरों की मदद
अगर बच्चे सबकी मदद करेंगे तो इससे वह और भी अच्छे इंसान बन पाएंगे। उन्हें समझाएं कि अगर क्लासमेट पढ़ाई या फिर खेल से जुड़ी कोई मदद मांगता है तो उसका साथ दें। इसके अलावा बच्चों को उनके फ्रैंडस को मोटिवेट करना भी सिखाएं। सच्ची दोस्ती से जुड़ी कहानियां सुनाकर आप बच्चों को मोटिवेट कर सकते हैं।
ऐसा दोस्त बनाएं
बच्चों को बताएं कि ईमानदारी किसी भी रिश्ते के लिए सबसे जरुरी होती है। यदि आपके बच्चे इस रिश्ते में ईमानदारी रखते हैं तो यह रिश्ता उनका और भी लंबा टिका रहेगा। इसके अलावा दोस्त की बताई बातों को अन्य दोस्त के साथ न शेयर करे क्योंकि उसने वह बात आपको कुछ सोचकर बताई होगी। इसके अलावा हर मुश्किल समय में अपने दोस्त का साथ दें। यह एक अच्छे रिश्ते की नींव होती है।
सिखाएं बच्चों को सही दोस्त चुनना
बच्चों को बताएं कि उनका दोस्त ऐसा हो जो कभी भी उनकी पीठ की पीछे बुराई न करें। हर समय उनका साथ दे। अच्छे कामों के लिए वह उन्हें प्रोत्साहित करे और गलत काम करने से रोके। उनके साथ झूठ न बोले दोस्ती में घमंड को पीछे रखे और रिश्तों की कदर करे।