कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज हम किसी भी वर्ग के लोगों को सुरक्षित नहीं कह सकते क्योकि बड़ों, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। वहीं बात अगर गर्भवती महिलाओं की करें तो उन्हें भी कोरोना का खतरा काफी अधिक होता है।
हाल ही में ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने कहा कि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को कोरोना का अधिक खतरा होता है। वहीं इंग्लैंड शोधकर्ताओं के लिए भी गर्भवती महिलाएं पहले 12 हफ्ते के दौरान कोरोना के लिए हाई रिस्क की क्षेणी में आती है।
गर्भवती महिलाओं को क्यों अधिक खतरा
दरअसल, कंसीव करने के बाद महिलाओं का इम्यून सिस्टम नॉर्मल की थोड़ा ज्यादा कमजोर हो जाता है। यही वजह है कि उन्हें कोरोना का अधिक रिस्क रहता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं को अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
प्रेगनेंसी में कोरोना जांच
वैसे तो कोरोना जांच कई बातों व लक्षण दिखने पर निर्भर करती हैं। लेकिन अगर गर्भवती महिलाओं को सर्दी-खांसी होता है तो उन्हें कोरोना की जांच करवानी चाहिए। गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना की जांच बहुत जरूरी है इसलिए बाकी टेस्ट के साथ इसकी जांच भी जरूर करवाएं।
होने वाले बच्चे पर असर
अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि अगर गर्भवती महिलाओं को कोरोना हो जाए तो प्रसव के बाद उससे बच्चे को कितना खतरा है। अब तक ब्रेस्ट मिल्क व इम्यूटिक फ्लूड में यह वायरस नहीं देखा गया है।
ब्रेस्टफीडिंग करवाना कितना सेफ?
WHO के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाओं द्वारा नवजात शिशु को स्तनपान करवाने से अभी तक कोई खतरा नहीं देखा गया है। ऐसे में जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान करवाना चाहती हैं वो करवा सकती हैं। मगर, इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है...
. शिशु को छूने से पहले अच्छी तरह हाथ धोएं।
. जो कपड़े महिला ने पहने है वो साफ होने चाहिए।
. ब्रेस्टफीडिग करवाते समय मास्क जरूर पहनें।
. खांसते व छींकते समय अपना मुंह दूसरी तरह घुमा लें।
प्रेगनेंसी में खुद को कैसे रखें सुरक्षित
. हाथों को अच्छी तरह धोना। हैंड सैंनेटाइजर व मास्क का यूज करते रहें।
. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें।
. महिलाओं को अपनी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
. लोगों से 6 फीट कू दूरी बनाकर रखें, खासतौर पर जो सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं।
. बाहर जाने और किसी भी चीज को छूने से बचना चाहिए।
. आंख, मुंह या नाक पर कम से कम हाथ लगाएं।
. खांसते या छींकते वक्त टिश्यू या रुमाल का जरूर इस्तेमाल करें।
इम्यून सिस्टम बूस्ट करने वाली डाइट
इस समय इन महिलाओं को बाहर की बजाय घर का साफ और पौष्टिक आहार खाना चाहिए। खाने हरी सब्जियां, दाल, फल, दूध, ड्राई फ्रूट्स आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा तुलसी, काली मिर्च, शहद, लहसुन का अधिक सेवन करें। साथ ही रोजाना 7-8 गिलास पानी पीएं, ताकि बॉडी हाइड्रेट रहें और शरीर में पानी की की ना हो।
योगा व एक्सरसाइज
अपनी सेहत का को बरकरार रखने के लिए नियमित रूप से 30 मिनट योगा करनी चाहिए। इसके साथ हल्की- फुल्की एक्सरसाइज भी करना बेहतर होगा।
समय पर सोए
अपनी डेली रूटीन तय करें। समय पर सोना और जागना चाहिए। 7-8 घंटे की नींद लें जिससे दिनभर की थकान उतर सके।