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दबी हुई नस को खोलने का पक्का तरीका, जान लें घरेलू इलाज

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 23 Feb, 2021 01:51 PM
दबी हुई नस को खोलने का पक्का तरीका, जान लें घरेलू इलाज

नसों में दर्द होना कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन कई बार शरीर के किसी हिस्से की नस पर दबाव पड़ने से असहनीय दर्द होने लगता है। नस दबने को हल्के में लेना सबसे बड़ी लापरवाही होती है क्योंकि अगर समय रहने इसका इलाज ना किया जाए तो यह खतरनाक रूप ले कता है। चलिए आपको बतात हैं पिंच्ड नर्व का कैसे पता लगाया जाए और इसे ठीक करने के घरेलू नुस्खे

सबसे पहले जानिए दबी हुई नस के लक्षण 

. गर्दन, कंधों, कमर, पीठ या शरीर के एक तरफ असहनीय दर्द
. शरीर के कुछ हिस्सों में सुन्नपन महसूस होना
. मांसपेशियों में कमजोरी
. शरीर के कुछ हिस्सों में झुनझुनी महसूस होना
. बेवजह ठंड लगना

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चलिए अब आपको कुछ घरेलू नुस्खे बताते हैं जिससे आप दबी हुई नस का इलाज कर सकते हैं।

मालिश देगी आराम

जिस हिस्से की नब्ज दबी हो वहीं हल्के गुनगुने नारियल, सरसों, जैतून या अरंडी के तेल से मसाज करें। इससे दर्द से आराम मिलेगा और नस भी ठीक हो जाएगी।

सिंकाई आएगी काम

दबी नस की सूजन कम करने के लिए बर्फ या गर्म पानी की बोतल से सिकांई करें। प्रभावित हिस्से में कम से कम 15 मिनट तक दिन में 3 बार सिंकाई करें। इससे सूजन भी कम होगा और दर्द से राहत भी मिलेगी।

सेंधा नमक

कॉटन के कपड़े में सेंधा नमक डालें। अब एक बाल्टी गर्म पानी में सेंधा नमक की पोटली डालें। अब इस पानी से स्नान करें या 30 मिनट के लिए उस पानी में बैठ जाएं। इससे नसों का दर्द कम हो जाएगा।

मेथी के बीज

मेथी के बीज भी साइटिका और नसों के दर्द को ठीक करने में काफी फायदेमंद है। इसके लिए मेथी के बीजों को पानी में भिगो दें। इसके बाद इसे ब्लैंड करके पेस्ट बनाएं और फिर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।

भरपूर नींद भी जरूरी

सोते समय शरीर रेस्ट मोड पर होता है, जिससे दबी नस वाले हिस्से को आराम मिलता है। ऐसे में इस दौरान अधिक से अधिक आराम करें। साथ ही ही पिंच्ड नर्व वाले हिस्से का कम इस्तेमाल करें।

पॉश्चर में करें बदलाव

चलने, लेटने या बैठने की पोजिशन से आपकी समस्या बढ़ सकता है इसलिए ध्यान रखें कि इस दौरान नसों पर दबाव ना पड़े। साथ ही आप कुशन, एडजस्टेबल चेयर का यूज करें, ताकि आपको आराम मिले।

स्ट्रेचिंग और योग भी फायदेमंद

योग और स्ट्रेचिंग के जरिए भी आर इस समस्या से राहत पा सकते हैं। इसके लिए प्रभावित अंग की स्ट्रेचिंग करें लेकिन अधिक खिचांव ना डालें। साथ ही एक्सपर्ट के सलाह लेकर वाकिंग, रनिंग, साइकिलिंग और योगासन भी करें।

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