29 APRMONDAY2024 9:50:11 AM
Nari

मिर्गी पड़ने पर करें ये घरेलू उपचार

  • Updated: 08 Mar, 2017 10:36 AM
मिर्गी पड़ने पर करें ये घरेलू उपचार

मिर्गी का कारगर इलाज: मिर्गी के रोगी को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।  दिमाग की कोशिकाओं के सही काम न करने की वजह से मिर्गी का दौरा पड़ता है।  दौरा पड़ने पर रोगी बेहोश हो जाता है। उसका शरीर अकड़ जाता है, मुंह से झाग निकलने लगती है और रोगी कांपने लगता है। इसमें 4-5 मिनट के लिए रोगी बेहोश रहता है। होश में आने के बाद उसे कुछ याद नहीं रहता और रोगी थकावट महसूस करता है। कुछ लोग दौरा पड़ने पर रोगी को होश में लाने के लिए गंदी जुराबें, चमड़े की चीजें सुघांते है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इसका सही तरह से इलाज करवाना चाहिए। मिर्गी कई कारणों से हो सकती है और कुछ घरेलू उपायों से भी इस गंभीर समस्या को दूर किया जा सकता है।

 

 मिर्गी के कारण   

 शरीर में विषैले पदार्थ जमा होना
 दिमाग की नाड़ियों में दबाव बनना
 ट्यूमर 
 मानसिक तनाव

 

घरेलू उपचार 

1. तुलसी
तुलसी के पत्ते सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें एंटी-ऑक्सीडैंट तत्व पाए जाते हैं जो दिमाग में रैडिकल्स को ठीक करने का काम करते हैं। रोजाना तुलसी के 20 पत्तों को चबाकर खाने से मिर्गी के रोग को कम किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों का लेप बनाकर शरीर पर लगाना रोगी के लिए फायदेमंद होता है। दौरा पड़ने पर तुलसी के रस में सेंधा नमक मिलाकर नाक में 1-1 बूंद डालने से रोगी को होश आ जाती है। 

 

2. प्रोटीन 
मिर्गी के रोगी को ज्यादा फैट वाला भोजन नहीं खाना चाहिए। उसे प्रोटीन और विटामिन से भरपुर डायट लेनी चाहिए। रोगी को अंडे, दूध, दही का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। रोजाना गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला का चूर्ण , कच्ची हरी सब्जियां और दूध के साथ सोयाबिन खाना उसके लिए बेहतर होता है। 

 

3. बकरी का दूध
बकरी का दूध मिर्गी के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 2 कप दूध में 1 चौथाई कप मेंहदी के पत्तों का रस मिलाकर रोजाना सुबह नाश्ते के 2 घंटो बाद पीना चाहिए। कुछ हफ्ते लगातार ऐसा करने से रोगी को काफी लाभ होता है।

 

4.  रस का सेवन
अंगुर और शहतूत का रस पीने से मिर्गी के रोगी को बहुत फायदा होता है। रोजाना आधा किलो शहतूत और अंगुर के रस को खाली पेट पीने से काफी लाभ होता है। प्याज के रस में थोड़ा पानी मिलाकर सुबह पीने से दौरे आने बंद हो जाते हैं। 

 

5. कद्दू
कद्दू या पेठा रोगी के लिए सबसे बढ़िया घरेलू इलाज है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों से दिमाग की नाड़ियां संतुलित हो जाती है। कद्दू के रस को रोजाना पीने से रोगी को बहुत फायदा होता है। 

 


 

Related News