गर्मियों में हमें ढेर सारा पानी पीना चाहिए। पानी के साथ-साथ नींबू-पानी, लस्सी और अन्य हेल्दी ड्रिंक्स का सेवन भी बहुत जरूरी है। इन चीजों से व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी नहीं होती। बात अगर लस्सी की करें तो इसे हम शुद्ध हिंदी में छाछ कहते हैं। छाछ पीना सेहत के लिए कितना गुणकारी है यह शायद हम सभी नहीं जानते होंगे। आइए सीखते हैं सिंपल सी लस्सी बनाने का तरीका, साथ ही इसके ढेरों फायदेे...
लस्सी बनाने का तरीका
-फुल फैट या फिर नार्मल दही - 1 कप
-दही को एक जग में अच्छे से फेंट लें, दही पूरा मुलायम दिखना चाहिए।
-अब दही में काला नमक, काली मिर्च, भुना जीरा या फिर अजवाइन का पाउडर मिलाकर अच्छे से हिलाएं।
-जब दही में सभी चीजें मिक्स हो जाएं, उपर से 2 या 3 गिलास पानी के डाल दें।
-आप जितनी गाढ़ी लस्सी पीना चाहते हैं, उतना कम पानी मिलाएं।
-सर्व करते वक्त बर्फ के टुकड़े डाल लें।
-कोशिश करें भोजन के साथ ज्यादा ठंडी लस्सी न पिएं।
छाछ पीने के फायदे...
भोजन के साथ छाछ पीना
दोपहर के भोजन के साथ लस्सी पीने से खाना अच्छे से पच जाता है। जिन लोगों को भोजन के बाद पेट में भारीपन, गैस और अपच की समस्या रहती है, उन्हें खाने के साथ लस्सी जरूर पीनी चाहिए। लस्सी में भुना हुआ जीरा और काली मिर्च भी जरूर डालें, इससे आपकी पाचन प्रक्रिया मजबूत होती है।
यूरीन संबंधित समस्याएं
लस्सी पीने से यूरीन करते वक्त महसूस होने वाली जलन, बवासीर, कब्ज और किडनी में पथरी जैसी परेशानियां भी ठीक होती हैं। खूनी बवासीर में लस्सी में काला जीरा मिलाकर पीने से राहत मिलती है।
छोटे शिशुओं के लिए फायदेमंद
जिन बच्चों को गर्मियों में दस्त लग जाते हैं, उन्हें थोड़ी थोड़ी करके चम्मच के साथ लस्सी पिलानी चाहिए, इससे पेट की आंतों को आराम मिलता है। साथ ही जो बच्चे दांत निकाल रहे होते हैं, उन्हें भी थोड़ी सी लस्सी जरूर पिलाएं, बच्चों को दांत निकालते वक्त महसूस हो रहे बदलाव में आराम मिलेगा।
प्रोबायोटिक्स का अच्छा स्रोत
लस्सी का नियमित सेवन स्वस्थ बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने और आपके आंत में खराब बैक्टीरिया के विकास को कम करने में मदद कर सकती है।
कार्बोहाइड्रेट से भरपूर
गुड बैक्टीरिया के साथ-साथ दही में भरपूर कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं, जो शरीर को ताकत प्रदान करने में मदद करते हैं। पेट की सफाई और मुंह की दुर्गंध से छुटकारा पाने के लिए दही की छाछ में पुदीने की पत्तियों का रस मिलाकर पिएं। इससे आपको काफी राहत महसूस होगी।
वजन घटाने में मददगार
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं और आप डाइटिंग कर रहे हैं तो दोपहर के वक्त एक या दो गिलास लस्सी के पिएं। इससे शरीर में फैट भी नहीं जमा होगी और आपको डाइटिंग की वजह से कमजोरी भी नहीं महसूस होगी।
अल्सर में फायदेमंद
जिन लोगों के पेट में अल्सर होता है, उन्हें रुटीन में हल्की-पतली लस्सी बनाकर पीनी चाहिए। इससे अल्सर की वजह से सीने में होने वाली जलन से आपको राहत मिलेगी, आप ठंडक महसूस करेंगे।
त्वचा बनती है मुलायम
गोरी, मुलायम और चमकदार त्वचा के लिए हर रोज लस्सी पिएं। लस्सी पीने से शरीर में से टॉक्सिंस का निकास होता है, जिससे आपकी त्वचा एक दम क्लीन और क्लीयर नजर आती है।
झड़ते बालों के रोके
लस्सी में विटामिन- बी 12 काफी मात्रा में होता है जो बालों को सफेद होने से रोकता है। हर रोज लस्सी पीने से बाल अंदरूनी तौर पर मजबूत बनते हैं। इसे बालों पर कंडीशनर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे बाल मुलायम बने रहते हैं।
इस दौरान नहीं पीनी चाहिए लस्सी
-बुखार और जुकाम के दौरान लस्सी न पिएं।
-महिलाओं को महावारी के दौरान भी लस्सी नहीं पीनी चाहिए, इससे पेट में दर्द हो सकता है।
-दिन में 1 या 2 गिलास लस्सी के ही पिएं, ज्यादा लस्सी पीने से पेट खराब हो सकता है।
-यदि किसी व्यक्ति के गुर्दे सही ढंग से काम नहीं करते तो उसे भी लस्सी का सेवन नहीं करना चाहिए, वरना यूरीन ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है।