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भारत की पहली ग्रेजुएट महिला जिसने रचा था इतिहास, गूगल ने डूडल बनाकर किया याद

  • Edited By neetu,
  • Updated: 18 Jul, 2021 01:05 PM
भारत की पहली ग्रेजुएट महिला जिसने रचा था इतिहास, गूगल ने डूडल बनाकर किया याद

जैसे कि आपने अक्सर देखा होगा कि गूगल हर खास मौके पर नया डूडल बनाता है। इसके पीछे का मतलब किसी विशेष व्यक्ति का जन्मदिन व अन्य कोई खास अवसर हो सकता है। वह अपने डूडल के जरिए उन्हें सम्मान देने के साथ लोगों को एक संदेश देता है। वहीं आज यानी 18 जुलाई को गूगल ने एक खास तस्वीर लगाई है। बता दें, वे भारत में चिकित्सक यानि डॉक्टर के रूप में प्रशिक्षित होने वाली पहली महिला कादंबिनी गांगुली है। आज उनका 160 वां जन्मदिन होने पर गूगल ने उन्हें सम्मानित करते हुए उनकी याद में खास डूडल बनाया है।

1883 में रचा इतिहास

इनके पिता भारत के पहले महिला अधिकार संगठन के सह-संस्थापक थे। उन्होंने कादंबिनी गांगुली को उस समय स्कूल भेजने का फैसला किया जब महिलाओं की पढ़ाई को अधिक प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। मगर डॉ. गांगुली ने अपनी कड़ी मेहनत व लगन से अपने साथी चंद्रमुखी बसु के साथ भारतीय इतिहास में स्नातक (ग्रेजुएट) थी। ऐसे में वे 1883 में उन्होंने भारतीय-शिक्षित डॉक्टर बनने वाली पहली महिला के रूप में इतिहास रचा। उसके बाद उनकी प्रोफेसर और कार्यकर्ता द्वारकानाथ गांगुली से शादी हो गई। पति के प्रोत्साहित से उन्होंने मेडिकल में डिग्री प्राप्त की थी।

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स्वतंत्रता सेनानी का भी हिस्सा थी कादंबिनी गांगुली

कादंबिनी गांगुली भारत की पहली महिला डॉक्टर होने के साथ महिला मुक्ति की मुखर कार्यकर्ता और एक स्वतंत्रता सेनानी भी थीं। उनका जन्म आज के दिन यानि 18 जुलाई 1861 को भागलपुर ब्रिटिश भारत (जो अब बांग्लादेश में है) में हुआ था।

विदेश से पढ़ाई करके 1890 में लौटीं भारत 

गांगुली ने 1884  में कोलकाला मेडिकल कॉलेस में प्रवेश किया। वे इस कॉलेज में पढ़ने वाली पहली महिला थी। उसके बाद 1886 में उन्होंने डॉक्टरी की डिग्री हासिल की। ऐसे में वे भारतीय-शिक्षित डॉक्टर बनने वाली पहली महिला कहलाई। उन्होंने यूनाइटेड किंगडर (यूके) में काम किया व अध्ययन किया। उसके बाद उन्होंने स्त्री रोग में विशेषज्ञता के साथ तीन अतिरिक्त डॉक्टरेट प्रमाणपत्र हासिल किए। फिर सन 1890 में अपनी निजी प्रैक्टिस खोलने के लिए भारत में वापिस आ गई। काफी साल लोगो की भलाई का काम करने के बाद डॉ. गांगुली का 3 अक्तूबर 1932 को देहांत हो गया।

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डॉ.  गांगुली के जीवन पर आधारित बॉयोग्राफी

डॉ. गांगुली के जीवन पर बॉयोग्राफी 'प्रोथोमा कादंबिनी' टेलीविजन सीरीज के तौर पर 2020 में आई थी। यह युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत का मुख्य हिस्सा है।

 

 

 

 

 

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