डायबिटीज के मरीज को अपने खान-पान का खास ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि छोटी सी गलती आपके लिए कई मुश्किले खड़ी कर सकती है। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक, डायबिटीज मरीजों के लिए दूध पीना काफी फायदेमंद है क्योंकि इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
नाश्ते में जरूर करें दूध का सेवन
शोध के मुताबिक, सुबह के वक्त दूध पीने से ब्लड शुगर लेवल कम होता है। साथ ही नाश्ते में दूध पीने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को फायदा हो सकता है। इसके अलावा ब्रेकफास्ट में दूध का सेवन करने से शरीर में ग्लूकोज लेवल नियंत्रित रहता है।
ग्लूकोज लेवल होता है कंट्रोल
दरअसल, दूध पीने से पानी की तुलना में पोस्टपेंडिअल ब्लड ग्लूकोज सांद्रता कम हो जाती है। जबकि उच्च डेयरी प्रोटीन सांद्रता ने सामान्य डेयरी प्रोटीन सांद्रता की तुलना में इसे कम कर देता है। बराबर प्रोटीन की तुलना में उच्च प्रोटीन का उपचार दूसरे समय क भोजन के भूख को कम कर देता है।
मोटापा भी होता है कंट्रोल
हाई प्रोटीन वाला दूध ब्रेकफास्ट में शामिल करने से वजन भी कंट्रोल में रहता है। दरअसल, सुबह दूध पीने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आप ओवरइटिंग से बच जाते हैं। इससे वजन कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है।
रिसर्चरों ने जांच की कि इससे प्रतिभागियों के ब्लड ग्लूकोज लेवल पर, उनकी भूख और खाने की मात्रा पर क्या असर पड़ा। उन्होंने पाया, दूध में प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली कैसीन प्रोटीन से गैस्ट्रिक हार्मोन रिलीज होते हैं, जो पाचन क्रिया को धीमा कर देते हैं। इससे भूख कम हो जाती है और शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है।
दूध पीने का सही तरीका
-जब भी आप दूध पीएं तो ध्यान रखें कि वो हल्का गर्म हो ना कि बहुत ठंडा। हल्का गुनगुना दूध पीने से डाइजेशन बेहतर होता है।
-ये भी ध्यान रखें कि आप दिनभर में 150 से 200 ml दूध ही पीएं। वहीं अगर आप इसका दोगुणा फायदा लेना चाहते हैं तो इसमें दालचीनी, बादाम, अश्वगंधा, त्रिफला, हल्दी या शहद मिलाकर पीएं।
-अक्सर लोग दूध में चीनी मिलाकर पीना पसंद करते हैं। मगर आयुर्वेद का मानना है कि दूध में चीनी नहीं मिलानी चाहिए। अगर आप फीका दूध नहीं पीना चाहते तो इसमें शहद या गुड़ मिक्स कर सकते हैं।
दूध पीने से पहले जान लें कुछ जरूरी बातें
-कमजोर पाचन, त्वचा संबंधी समस्याओं, खांसी, अपच और पेट में कीड़े जैसी समस्याओं से परेशान लोगों को दूध के सेवन से बचना चाहिए।
-दूध को कभी भी भोजन के साथ नहीं पीना चाहिए क्योंकि यह जल्द हजम नहीं हो पाता। इसे हमेशा अलग से गर्म करके पीना चाहिए।
-आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले दूध पीने के लिए जरूरी है कि आप शाम के भोजन के दो घंटे बाद ही इसे पीएं ताकि आपको रात को दूध पीने का लाभ मिल सके।