नारी डेस्कः महिला की जिंदगी में मां बनना सबसे सुखद अहसासों में से एक है लेकिन जब एक महिला पहली बार मां बनती हैं तो उसे कई तरह के अच्छे-बुरे अनुभव होते हैं। पहली प्रेगनेंसी में कई महिलाएं इसके लक्षण समझ ही नहीं पाती और उन्हें पहले 1-2 महीने यह जानकारी ही नहीं होती कि उन्होंने कंसीव कर लिया है। कई बार महिला को पीरियड्स आने से पहले जैसा ही ऐंठन, थकान अनुभव होती है।पहली प्रेग्नेंसी के दौरान (First Pregnancy), बहुत सी बातें समझ नहीं आती जबकि पहली प्रैग्नेंसी में महिला को ज्यादा केयर की जरूरत होती है, खासकर खान-पान पर ज्यादा ध्यान देना जरूरी है। चलिए आपको बताते हैं कि पहली बार गर्भवती हो रही है तो आपको किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
पहली बार गर्भवती होने पर इन बातों का रखें ख्याल (first pregnancy Mein kya karna chahiye)
खान-पान
फल-सब्ज़ियां, आयरन से भरपूर भोजन, सूखे मेवे, और डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं। अधपका मांस, पोल्ट्री, स्वोर्डफ़िश, शार्क, टाइलफ़िश, किंग मैकेरल, सुशी, और साशिमी जैसे फूड आइटम्स खाने से बचें। फाइबर युक्त आहार, हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं। अपने डाइट में सूखे मेवे को शामिल करें। डेयरी उत्पाद का सेवन करें।
भरपूर पानी पीएं
हाइड्रेटेड रहने के लिए, दिन भर में बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं। बहुत सी महिलाओं को प्रैग्नेंसी के दौरान पानी की कमी हो जाती है इससे बचने के लिए खूब सारा पानी पीएं। पहले तीन महीने महिलाएं काफी कमजोर महसूस करती हैं इसलिए पानी के साथ नारियल पानी, जूस आदि भी पीती रहें।
प्रैग्नेंसी स्कैन (Pregnancy Scan)
प्रैग्नेंसी पहली है तो स्कैन जरूर करवाएं। पहले, तीसरे या पांचवे महीने में आपकी डॉक्टर स्कैनिंग की सलाह दे सकती है। शुरुआत की स्कैन में बच्चे की धड़कन के बारे में आपको सही जानकारी मिल पाती है। इसलिए डॉक्टरी सलाह से स्कैन भी जरूर करवाएं ताकि आपको बच्चे की पॉजिशन के बारे में पता चलता रहें।
दवाइयां
डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा ना खाएं। आयरन कैल्शियम सप्लीमेंट्स डाक्टरी सलाह पर सही समय पर ही खाएं।
सफर कब करें
पहले तीन महीने कम सफर करें या अगर जरूरत पड़ रही है तो आरामदायक सफर करें। दोपहिया वाहन पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। अगर आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं है तो आप सफर कर सकती है लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह के साथ। आपको किन महीनों में सफर का परहेज रखना है इस बारे में भी आपकी स्त्री विशेषज्ञ ही बेहतर बता पाएगी।
तनाव और भारी सामान ना उठाएं
अगर आप कामकाजी महिला हैं, तो ज्यादा तनाव लेने से बचें। तनाव लेना बच्चे के विकास पर असर डालता है। पहले तीन महीने वजनदार सामान उठाने से परहेज करें और हार्ड एक्सरसाइज बिलकुल ना करें।
मनपसंद काम और म्यूजिक
अपना मनपसंद काम जैसे किताबें पढ़ना, संगीत सुनना या कुछ और हॉबीज जो आपको बहुत पसंद है। वह जरूर करें। इससे आपको अंदरूनी खुशी मिलेगी।
पर्याप्त नींद
खुद को और बच्चे को तंदरूस्त रखने के लिए 8-9 घंटे की नींद जरूर लें इससे आप फ्रैश महसूस करेंगी और भ्रूण का विकास भी अच्छे से होगा।
सैर-योग
हल्की-फुल्की सैर और योग भी किया जा सकता है लेकिन डॉक्टरी सलाह से। अगर आप हैल्दी है या कोई दिक्कत नहीं है तो 30 मिनट की सैर तो जरूर करें।
अगर आप खाने-पीने में लापरवाही करते हैं या हर तरह का फूड अपनी डेली डाइट में नहीं शामिल कर पाते हैं तो इससे बॉडी में कई विटामिन और मिनरल्स की कमी होने लगती है और इसके लक्षण शरीर पर नजर आने लगते हैं। ऐसा ना होने दें और डाक्टरी सलाह से सप्लीमेंट लें। विटामिन या आयरन की गोलियों को महीनों खाने के बाद भी शरीर में कमजोरी तो सलाह जरूर लें ताकि मां और होने वाले भ्रूण पर बुरा प्रभाव ना पड़ें।