22 DECSUNDAY2024 6:07:39 PM
Nari

आपके बच्चों के दिमाग का विकास रोक रहा है Smart Phone, ऐसे छुड़वाएं ये आदत

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 06 Apr, 2024 07:08 PM
आपके बच्चों के दिमाग का विकास रोक रहा है Smart Phone, ऐसे छुड़वाएं ये आदत

आज के दौर में मोबाइल एक अधुनिक फैशन बनकर रह गया है। बड़े तो क्या बच्चों की भी इसकी लत लगी हुई है। छोटे बच्चे तो मोबाइल के पीछे इतने ज्यादा दीवाने हो गए है कि खाना- खिलाने या शांत बिठाने के लिए भी उन्हें मोबाइल देना पड़ता है। लेकिन ये आदत मानसिक और शारीरिक रूप से आपके बच्चे पर नकारत्मक असर डालती हैं। WHO की एक रिपोर्ट की मानें तो बच्चों को 1 से 2 घंटे तक का ही स्क्रीन टाइम देना चाहिए। आइए आपको बताते हैं बच्चों का ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के साइड- इफेक्ट...

सोचने- समझने की क्षमता होती है प्रभावित

एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चे जब ज्यादा समय तक मोबाइल नहीं चलाने देना चाहिए। उनमें सिखाने की जिज्ञासा होती है और कई बारी वो गलत चीजें भी सीख जाते हैं। इसके अलावा ये मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर डालता है, जैसे डिप्रेशन, नींद पूरी न होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा उसमें सही और गलत की परखने की समझ भी कम होती है।

कमजोर होती हैं आंखें

जब बच्चों का स्क्रीन टाइम ज्यादा होता है इससे आई स्ट्रेन नाम का नकारात्मक प्रभाव आंखों पर पड़ता है। इससे आंखों में दर्द, सिरदर्द, धुंधलापन, आंखों में सूखापन जैसी कई समस्याएं होती है। चोनम विश्वविद्यालय की स्टडी में मानें तो 7 से 16 साल के बच्चे जो फोन पर ज्यादा समय बिताते थे, उनकी नजरें तिरछी हो गईं। 4 घंटे ज्यादा समय बिताने से क्रॉस आई होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। फोन का 30 मिनट इस्तेमाल करने के बाद गैप लेना चाहिए। 

PunjabKesari

ट्यूमर का खतरा

पैरेंट्स को बच्चों को कम से कम स्मार्टफोन देना चाहिए, वरना ट्यूमर का भी खतरा रहता है। जी हां, एक स्टडी की मानें तो इससे ट्यूमर भी हो सकता है। स्क्रीन टाइम को कम करने के लिए क्वालिटी टाइम के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करें। बच्चों को बोरियत न महसूस हो, इसके लिए उनके साथ खुद ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं।

भावनात्मक रूप से अस्थिर हो जाते बच्चे

स्मार्टफोन बच्चों को सोशल मीडिया की भी आदत लगा देता है। बच्चे को किसी दोस्त से ज्यादा इस पर समय बिताने की चाह होती है। इंटरनेट की ये बड़ी से भुल- भूलैय बच्चों को दिमाग पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। एक स्टडी की मानें तो सोशल मीडिया का इस्केमाल करने वाले बच्चे डिप्रेशन, तनाव, अनिद्रा का शिकार हो जाते है। ऐसे में माता- पिता को बच्चों को स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से भी दूर रखना चाहिए।

PunjabKesari

उम्र के हिसाब से इतना हो एवरेज स्क्रीन टाइम

12 महीने का बच्चा            53 मिनट 
18 महीने का बच्चा            90 मिनट
5 साल से कम                  4 घंटे


ऐसे छुड़ाएं बच्चों की स्मार्टफोन की आदत

- बच्चों को स्मार्टफोन की लत को छुड़ाने के लिए उनसे बात करें। इस दौरान आप खुद भी फोन का इस्तेमाल न करें।

PunjabKesari

-उनकी फेवरेट हॉबीज़ में उनका साथ दें।

- इसके अलावा आप बच्चे को साइकिल चलाना सिखाएं और उसे डेली कम से कम 15 से 30 मिनट के लिए साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करें।

- बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी जैसे बैडमिंटन, टेनिस खेलने के लिए प्रेरित करें।

Related News