80-90 के दशक में रामानंद सागर की ‘रामायण’ की सीता को हमेशा सम्मान की नजरों से देखा जाता है। 'सीता' के रोल में उन्हें इस कदर पसंद किया गया था कि लोग उन्हें मां का दर्जा देने लगे थे। आलम तो यह हो गया था कि शो के दौरान जब लोग उन्हें देखते थे तो पैर छूने लगते थे। सालों बाद भी कुछ नहीं बदला है, आज भी लोग उन्हें भगवान की तरह की मानते हैं।
दरअसल दीपिका चिखलिया 33 साल बाद फिर से टीवी पर आने को तैयार हैं। वह जिस शो से कमबैक कर रही उसका नाम‘ धरतीपुत्र नंदिनी है‘, शायद इसी कड़ी में वह मिथिला पहुंची थी जहां का नजारा देखकर वह अपने आंसू नहीं रोक पाई। यहां उन्हें सम्मान तो मिला ही साथ में जब वह विदा होने लगी तो उन्हें मिथिला वासियों ने बेटी की तरह विदाई दी।
दीपिका ने इंस्टाग्राम पर दो वीडियो शेयर की है, जिसे देख किसी का भी दिल भर आए। एक वीडियो में देख सकते हैं कि कार पर बैठी एक्ट्रेस को एक महिला नम आंखों से विदाई दे रही है। वह दीपिका को पानी पिलाती हैं और गोद खाली न रहे इसलिए उनकी कमर में कुछ थैला-जैसा बांधती हैं। इसके बाद वो दोनों भावुक होकर गले मिलते हैं।
वीडियो के साथ कैप्शन मे लिखा- 'मिथिला में सीताजी की विदाई। उन्होंने मुझे यह महसूस कराने के लिए सब कुछ किया कि मैं उनकी बेटी हूं। मैं तो रामायण के काल में खुद को खो दिया।' दूसरी वीडियो में दीपिका कहती सुनाई दे रही है कि- 'इतना प्यार दिया है यहां पर कि मेरी आंख भर आई है। मुझे नहीं पता कि मैं क्या कहूं। उन्होंने मुझे गोद में रखने के लिए दिया। साथ ही पानी दिया। क्योंकि कहते हैं कि घर से बेटी सूखा गला करके नहीं जाती है। और खाली गोद नहीं जाती है। क्योंकि उनको लगता है कि मैं सीता जी हूं। हे भगवान... क्या कहूं।'
इतना बोलने के बाद दीपिका के आंखों से आंसू टप-टप बहने लग जाते हैं। एक यूजर ने उनके वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा- "आपको जब भी देखता हूं सम्मान से आंखे भर जाती है मेरी आपके लिए , आज भी आप सीता माता ही हो मेरे लिए। जय श्री राम"। एक अन्य ने लिखा- "पता नहीं माता सीता कैसी दिखती थी लेकिन आप को देख कर ऐसा लगता है कि आप हि उनकी परछाई हो । माँ आप को देख कर नमन करने को जी करता है" ।