साल की आखिरी एकादशी 22 दिसंबर को है, जिसे मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इसे वैकुंठ एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन विष्णु भगवान के भक्त व्रत रखते हैं। इस व्रत में इतनी शक्ति होती है कि इसके प्रभाव से जीवन की तमाम दिक्कतें खत्म हो जाती हैं। मोक्षदा एकादशी पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विधान है, ज्योतिषियों का कहना है कि साल की अंतिम एकादशी पर तुलसी से जुड़ी ये 6 गलतियां बिल्कुल न करें, वरना व्रत का फल नहीं मिलेगा...
तुलसी को न छुएं
यदि आप शाम के समय तुलसी की पूजा करते हैं तो इसके पौधे को स्पर्श बिल्कुल न करें। इससे भी देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
न रखें बालों का खुला
ऐसी मान्यताएं हैं कि तुलसी पूजन के समय महिलाओं को बाल खुले नहीं रखने चाहिए। तुलसी पूजा के समय बालों को बांधकर रखें।
यूं तोड़े पत्ते
यदि आप पूजा के लिए तुलसी के पत्ते तोड़ना चाहती हैं तो इन्हें नाखून से दबाकर झटके से न तोड़ें। इन्हें बड़ी कोमलता के साथ तोड़ें।
जरूर करें ये काम
कुछ लोग तुलसी को चुनरी ओढ़ाने के बाद उसे बदलते नहीं हैं, जबकि अन्य देवी- देवताओं की तरह तुलसी के वस्त्र भी बदलने चाहिए।
परिक्रमा करें
तुलसी में जल अर्पित करने के बाद परिक्रमा करना न भूलें। तुलसी में जल देने के बाद कम से कम उसकी 3 बार परिक्रमा जरूर करें।
न करें ये काम
तुलसी को कभी एकादशी या रविवार के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए। कहते हैं कि इस दिन तुलसी का उपवास होता है।