टीबी यानी तपेदिक एक गंभीर व जानलेवा बीमारी है। यह मुख्य रूप से ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया की वजह से होता है। साथ ही कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इसकी चपेट में जल्दी आते हैं। टीबी की यह लाइलाज बीमारी फेफड़े, हड्डियों, दिमाग, पेट, किडनी, आंखों, मुंह-नाक के साथ यूट्रस में होने का खतरा रहता है। अगर समय पर इसे काबू ना करने पर गंभीर समस्या हो सकती है। ऐसे में इस लाइलाज बीमारी से बचने व सभी को जागरूक करने के लिए हर साल 24 मार्च को 'World Tuberculosis Day' मनाया जाता है। साथ ही एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसकी शिकायत होने पर मरीजों को सही इलाज के साथ अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखना चाहिए। ताकि इम्यूनिटी बढ़ने से टीबी से लड़ने की शक्ति मिले।
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि टीबी के मरीजों को अपनी डाइट में क्या शामिल करना चाहिए और क्या नहीं...
टीबी के दौरान डाइट में शामिल करें ये हैल्दी फूड्स
एक्सपर्ट्स के अनुसार, टीबी जैसी लाइलाज बीमारी से बचने के लिए डाइट का भी खास ध्यान रखने की जरूरत है।
- इन्हें आयरन, विटामिन बी व एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में इसके लिए हरे-पत्तेदार सब्जियां सेवन करना बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए डाइट में साग, पालक, करेला, लहसुन, खीरा, मटर, पालक, घिया, टमाटर, आलू, फूल गोभी आदि शामिल करें। इसे सब्जी, सलाद व सूप के तौर पर सेवन किया जा सकता है। इससे इम्यूनिटी स्ट्रांग होने से इस गंभीर रोग से लड़ने की शक्ति मिलेगी।
- टीबी के मरीजों को आसानी से पचने वाले भोजन को डाइट में शामिल करना चाहिए।
- बेरीज में मौजूद पोषक व एंटी-ऑक्सीडेंट गुण टीबी के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। ऐसे में रोजाना शरीफा, चेरी, स्ट्रॉबेरी आदि को खाएं।
- दूध में कैल्शियम व एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। ऐसे में टीबी के रोगियों को इसे अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
- ड्राई फ्रूट्स, अलसी के बीजों सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद माने जाते हैं। ऐसे में टीबी के मरीजों को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
- साबुत अनाज, सूजी, दालें, चावल आदि में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटी-ऑक्सीेडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण होेते हैं। ऐसे में इसका डेली रूटीन में सेवन करें।
- इन लोगों को चाय व कॉफी के सेवन से बचना चाहिए। इसकी जगह पर रोजाना ग्रीन-टी पीना फायदेमंद रहेगा।
- टीबी के मरीजों को प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए अपनी डेली डाइट में तोफू, पनीर, दालें व सोया को शामिल करना चाहिए। इससे शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के साथ कमजोरी व थकान से राहत मिलेगी।
- नॉन वेजिटेरियन लोग अपनी डाइट में मछली, अंडे शामिल कर सकते हैं। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड व प्रोटीन अधिक होने से टीबी की बीमारी से जल्द ही राहत मिलेगी।
टीबी में इन चीजों को खाने से बचें
- टीबी के मरीजों को भारी भोजन करने से बचना चाहिए। असल में हैल्वी खाना पचने में समय लेता है। ऐसे में एसिडिटी व पेट संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती है।
- तंबाकू, शराब, सिगरेट के सेवन से बचें।
- इन लोगों को ऑयली व जंक फूड खाने से परहेज रखना चाहिए।
- ज्यादा फैट व कैलोरी वाली चीजों का सेवन ना करें।
- चाय व कॉफी का सेवन ना करें।
नोट- 1. टीबी की दवाओं का सेवन करने पर मरीज को भूख कम लगने की शिकायत होती है। इसके अलावा कई बार पेट दर्द, कमजोरी से चक्कर व मितली आ सकती है। ऐसे में दवाई छोड़ने की गलती ना करें। साथ ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. इन्हें खांसी के दौरान अपनी मुंह व नाक को किसी कपड़े या नैपकिन से ढकना चाहिए। ताकि संक्रमण फैले नहीं। साथ ही अपनी साफ-सफाई का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।