हर मां- बाप का फर्ज होता है कि वह अपने बच्चों को अच्छी परवरिश दें और उन्हें छोटी- बड़ी चीजों का ख्याल रखें। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बच्चे की इच्छा पूरी करने के लिए आप किसी भी हद तक चले जाएं। ऐसा ही कुछ किया एक दंपति ने जिनकी बेटी ने रक्षाबंधन के लिए एक भाई की मांग की तो उन्होंने एक बच्चे का ही अपहरण कर लिया।
दिल्ली में एक महीने के शिशु का अपहरण करने के आरोप में दंपति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक दंपति की बेटी ने आगामी रक्षाबंधन के त्योहार के अवसर पर राखी बांधने के लिए एक भाई की मांग की थी, जिसके बाद दंपति ने इस अपहरण को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक टैगोर गार्डन के रघुबीर नगर में रहने वाले संजय गुप्ता (41) और अनीता गुप्ता (36) के 17 वर्षीय बेटे की पिछले साल मौत हो गई थी। ऐसे में बेटी को भाई की कमी ना महसूस हो इसलिए उन्होंने एक बच्चे को उठा लिया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छत्ता रेल चौक इलाके में फुटपाथ पर रहने वाले शिकायतकर्ता दंपति ने आरोप लगाया कि जब वे तड़के करीब तीन बजे उठे तो उन्हें पता चला कि उनका बच्चा गायब है और उन्हें संदेह है कि किसी ने उसका अपहरण कर लिया है। जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उन्हें बाइक सवार दो लोग इलाके में घूमते दिखे। पुलिस अधिकारी के मुताबिक लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों की जांच की गयी और लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल तक उनका पीछा किया गया। इसके बाद, पुलिस ने सभी विवरणों का विश्लेषण किया और पाया कि कथित मोटरसाइकिल बाइक संजय के नाम पर पंजीकृत थी।
पुलिस की टीम टैगोर गार्डन के रघुबीर नगर में सी-ब्लॉक गई जहां उन्हें आरोपी दंपति और अपहृत बच्चा मिला। पुलिस उपायुक्त के अनुसार संजय और अनीता ने खुलासा किया कि उनके किशोर बेटे की पिछले साल 17 अगस्त को छत से गिरने के बाद मौत हो गई थी और उनकी 15 वर्षीय बेटी आगामी रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए एक भाई की मांग कर रही थी। इसलिए, उन्होंने एक लड़के का अपहरण करने का फैसला किया। दंपति ने छत्ता रेल चौक के पास इस शिशु को अपनी मां से कुछ दूरी पर सोते हुए पाया और अपने बेटे की तरह उसकी देखभाल करने के लिए उसका अपहरण कर लिया। पुलिस ने कहा पेशे से टैटू कलाकार संजय इससे पहले भी तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा था। उन्होंने बताया कि अनीता एक मेहंदी कलाकार है।