क्रिसमस का त्योहार आने में कुछ ही दिन बचे हैं। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। भारत के अलावा दुनिया के कई देशो में इस त्योहार की धूम देखने को मिलती है। क्रिसमस के त्योहार में क्रिसमस ट्री का बहुत ही खास महत्व होता है। क्रिसमस ट्री को इस दौरान रंग-बिरंगी लाइटों और अलग-अलग चीजों से डेकोरेट किया जाता है। क्रिसमस ट्री का वास्तु शास्त्र के अनुसार, भी खास महत्व बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार, घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर करने के लिए आप क्रिसमस ट्री लगा सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं इससे जुड़े कुछ वास्तु टिप्स...
क्रिसमस ट्री क्यों मानी जाती है खास?
मान्यताओं के अनुसार, क्रिसमस ट्री बच्चों और बड़ों सभी में एकजुटता बढ़ाती है इससे आपके घर में तनाव नहीं होता। इसके अलावा परिवार के साथ जुड़ी परंपराओं को भी जिंदा रखने में यह मदद करता है। माना जाता है कि यदि क्रिसमस के दिन पूरा परिवार इस ट्री को सजाता है तो इससे घर के सदस्यों के बीच हमेशा प्यार बना रहता है।
ट्री रखने की दिशा
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, क्रिसमस ट्री उत्तर पूर्व दिशा में रख सकते हैं। यह घर की नेगेटिविटी दूर करने और पैसे में वृद्धि करने में मदद करती है। लेकिन घर में लगी हुई क्रिसमस ट्री का आकार तिकोना होना शुभ माना जाता है। तिकोना आकार को वास्तु शास्त्र में अग्नि का प्रतीक माना जाता है।
जलाएं मोमबत्ती
क्रिसमस ट्री के पास मोमबत्ती जलाना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। इसके अलावा रंग-बिरंगी मोमबत्ती घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार करती है। क्रिसमस ट्री को आप लाइट और रिबन के साथ भी सजा सकते हैं।
घंटी लगाना होता है शुभ
फेंगशुई शास्त्र के अनुसार, घंटी की आवाज बहुत ही पॉजिटिव होती है। इससे निकलने वाली ध्वनि घर में नई ऊर्जा लेकर आती है। मान्यताओं के अनुसार, यदि आप क्रिसमस ट्री पर लाल रंग के रिबन में तीन सिक्के बांधकर लटकाएं तो इससे घर में कभी भी पैसी की कमी नहीं रहती।
इस दिशा में लगाएं क्रिसमस ट्री
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, क्रिसमस ट्री कभी भी घर के दक्षिण भाग में नहीं लगानी चाहिए। इससे दिशा में ट्री लगाने से आपको नुकसान भी हो सकता है।