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सावन में राशि अनुसार करें शिव मंत्र का जप, सफल होगी साधना

  • Edited By neetu,
  • Updated: 22 Jul, 2021 01:02 PM
सावन में राशि अनुसार करें शिव मंत्र का जप, सफल होगी साधना

सावन का पावन महीना 25 जुलाई से शुरू होकर 22 अगस्त को समाप्त होगा। मान्यता है कि इस पूरे महीने भोलेनाथ व माता पार्वती के साथ धरती पर भ्रमण करते हैं। साथ ही अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। इसलिए इस पूरे मास में भगवान शिव जी की विशेष तौर पर पूजा व व्रत रखे जाते हैं। इसके साथ ही कई लोग लंबी यात्रा करके गंगा जाकर शिव जी को चढ़ाते हैं। वहीं कुछ लोग विशेष मंत्रों का जाप करके उनकी कृपा पाने की कोशिश करते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शिव जी को समर्पित सावन में अपनी राशि अनुसार मंत्र जप करने से विशेष कृपा मिलती है।

चलिए जानते हैं राशि अनुसार किन मंत्रों का जप करना चाहिए...

 

मेष राशि

इस लोगों को 'ॐ नम: शिवाय' शिव मंत्र का जप करना चाहिए।

वृष राशि

वृष राशि के लोगों के लिए 'ॐ नागेश्वराय नमः' शिव मंत्र का जप करना शुभ होगा।

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मिथुन राशि

इस राशि के जातकों को 'ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:' शिव मंत्र का जप करना चाहिए।

कर्क राशि

इन लोगों के लिए इस सावन 'ॐ चंद्रमौलेश्वर नम:' शिव मंत्र का जप करना शुभ होगा।

सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों को शिव जी की कृपा पाने के लिए 'ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:' मंत्र का जाप करना चाहिए।

कन्या राशि

इस राशि के लोगों के लिए 'ॐ नमो शिवाय कालं ॐ नम:' मंत्र का जप करना शुभफलदाई होगा।

तुला राशि

इस राशि के लोग 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जप करें।

वृश्चिक राशि

इन लोगों को 'ॐ हौम ॐ जूं स:' मंत्र का जप विशेष रूप से करना चाहिए।

धनु राशि

धनु राशि के लोगों को सावन के पवित्र महीने में शिव जी के 'ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:' मंत्र का जप करना शुभ होगा।

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मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए 'ॐ हौम ॐ जूं स:' मंत्र का जप करना शुभ होगा।

कुंभ राशि

इन लोगों को शिव जी की कृपा पाने के लिए 'ॐ हौम ॐ जूं स:'मंत्र का जप करना चाहिए।

मीन राशि

मीन राशि वाले सावन के पावन महीने में 'ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:' मंत्र का जप करें।

भगवान शिव का मंत्र जप करना का तरीका

. इसके लिए सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
. अब शिवलिंग पर गंगाजल, बेलपत्र, शमी पत्र, शहद, चंदन, फल, फूल आदि यथा संभव सामान चढ़ाकर पूजा करें।
. पूजा के बाद आसन बिछाकर बैठ जाए।
. अब रुद्राक्ष की माला से अपनी राशि के अनुसार मंत्र का जप करें।
. मंत्र का जप अपने मन में ही करें। साथ माला को गोमुखी में छिपाकर रखें।

राशि का पता ना होने पर इस मंत्र का करें जप

जिन लोगों को अपनी राशि नहीं पता है वे द्वादश ज्योतिर्लिंग का पाठ करें। इससे उनपर उनके परिवार पर भगवान शिव जी की असीम कृपा होगी। जीवन की सभी परेशानियां दूर होकर सुख-समृद्धि व खुशहाली आएगी।

'सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालमोंकारं ममलेश्वरम्‌ ॥
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमाशंकरम्।
सेतुबंधे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यंबकं गौतमीतटे।
हिमालये तु केदारम् घुश्मेशं च शिवालये॥
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति॥'

 

 

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