आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में व्यक्ति को सफल होने की बातों के बारे में बताया है। उनके मुताबिक इसके लिए जीवन में नीति शास्त्र को अपनाना बेहद जरूरी है। तभी व्यक्ति जीवन में सफलता के शिखर तक पहुंच सकता है। वहीं आचार्य ने पत्नियों के सबसे उत्तम 3 गुणों से बारे में भी बताया है। इन गुणों वाली महिलाएं जीवन की हर परिस्थिति पर पति का साथ देती है। साथ ही सुखमय वैवाहिक जीवन बीताती है। वहीं इन गुणों के कारण इनके पति भी जीवन में खुश रहते हैं। हम यूं भी कह सकते हैं ऐसी पत्नि होेने से पति का जीवन सुखमय रहता है।
तो चलिए जानते हैं पत्नि के उन तीन गुणों के बारे में...
स्वभाव में विनम्रता
चाणक्य के अनुसार, महिलाओं का स्वभाव विनम्र और दयालु से भरा होना चाहिए। इनका फर्ज बनता है कि ये अपने परिवार को एक साथ बांधकर रखें। साथ ही ऐसे काम करें जिससे परिवार की भलाई व खुशी हो। इससे घर में लड़ाई-झगड़ा व टूटने की कभी नौबत नहीं आएगी।
धर्म का पालन करने वाली
महिलाओं को धर्म का पालन जरूर करना चाहिए। असल में, ऐसी स्त्रियां हमेशा अच्छे कर्मों की तरह प्रेरित होती है। ये घर में खुशहाली भरा माहौल बनाने के साथ संतान को भी अच्छी सीख देती है। उनमें अच्छे संस्कार देती है। धर्म का पालन करने वाली महिलाएं हमेशा अपने फर्ज को आगे रखती है। वहीं ऐसी स्त्रियां परिवार के साथ कई पीढ़ियों का कल्याण करने वाले काम करती है।
बचत में विश्वास करने वाली
चाणक्य के अनुसार, महिलाओं को फालतू खर्च की जगह हमेशा पैसों की बजत करनी चाहिए। वहीं जिस पत्नि को धन की बचत करने की आदत हो वह बुरे वक्त में आसानी से परिवार को बचा लेती है। इसलिए इनका पति व परिवार इनसे बेहद खुश रहते हैं। ऐसे में ये गुण रखने वाली महिलाएं अपने पति के लिए सौभाग्यशाली होती है।