कई बार लोगों को अचानक हिचकी शुरू हो जाती है, जिससे परेशानी का कारण बन जाती है। हालांकि जब तक हिचकी लगातार नहीं होती है तब तक वे खतरनाक नहीं होती। मगर, क्या आप जानते हैं कि बार-बार हिचकी क्यों आती है और ये किस बात का संकेत देती है। चलिए आपको बताते हैं हिचकी से जुड़ी कुछ बातें...
क्यों आती है हिचकी?
1. आमतौर पर हिचकी थोड़े समय बाद बंद हो जाती है लेकिन ऐसा ना हो तो सावधान हो जाए। इसका कारण नसों में दिक्कत का कारण हो सकता है। कई बार कान में परेशान या गले में खराश की वजह से भी नसें प्रभावित हो जाती है।
2. नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर जैसे एन्सेफलाइटिस, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर, मैनिंजाइटिस, डायबिटीज या फिर किडनी फेलियर।
3. कुछ दवाओं जैसे स्टेरॉयड या ट्रैंक्विलाइजर की वजह से भी लंबे समय तक हिचकी आ सकती है।
4. इसके अलावा ओवरईटिंग, मसालेदार खाना, कार्बोनेटेड पेय, शराब भी हिचकी के लिए एक सामान्य ट्रिगर का काम करते हैं।
हिचकी को कैसे रोकें?
आयुर्वेद में हिचकी को रोकने के लिए कई नुस्खे बताए गए है, जो इस तरह है...
पानी पीएं
लगातार हिचकी आ रही हो तो नाक बंद करके तुरंत 1-2 गिलास पानी पी लें। इससे कुछ ही देर में हिचकी आना बंद हो जाएगी।
जीभ खींचे
हिचकी बंद ना हो तो जीभ के निचले हिस्से को पकड़कर खीचें। इसके अलावा इसके अलावा पेपर बैग में सांस लेने से भी आराम मिलत सकता है।
नींबू का रस चूसे
नींबू का रस चूसने से भी हिचकी आना बंद हो जाएगी। चीनी व नींबू को एक साथ चूसने पर भी हिचकी रूक जाती है।
चीनी चूसे
हिचकी ने परेशान कर दिया है तो 1 चम्मच चीनी या टॉफी को चूसे। इससे हिचकी बंद हो जाएगी।
गरारे करें
गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें। इससे भी हिचकी आना बंद हो जाती है।
गहरी सांस लें और सांस छोड़ें
हिचकी आने पर फेफड़ों से सारी हवा को आसानी से बाहर निकाल दें। फिर गहरी सांस लें, उसे रोककर रखें और फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य रूप से सांस लें। अब इस अभ्यास को हिचकी रूकने तक दोहराएं।
2 दिनों से लगातार हिचकी आ रही है या इसकी वजह से खानपान, सांस लेने या सोने में दिक्कत हो तुरंत एक्सपर्ट से सलाह लें।