ब़ॉलीवुड नगरी में कई चेहरे आए और कई चेहरे गुमनाम हो गए लेकिन कुछ चेहरे ऐसे हैं जो सदाबहार हो गए उन्हीं में से एक नाम है नूतन बहल का जिन्होंने 4 दशक इंडस्ट्री में राज किया। फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार सबसे ज्यादा बार हासिल करने वाली, वह 1974 में पद्मश्री पुरस्कार, मिस इंडिया का खिताब पाने वाली भारत की पहली अभिनेत्री, एक्टिंग की खूबी अपनी मां से लेकर कला के क्षेत्र में अपना नाम रोशन करने वाली नूतन की आज बर्थ एनिवर्सरी है।
4 जून 1936 को मुंबई में जन्मी एक्ट्रेस का आज 84वां जन्मदिन है। सिर्फ 9 साल की उम्र में ही नूतन को टॉप बॉलीवुड अभिनेत्रियों में गिना जाने लगा था। नूतन के पिता निर्देशक कवि कुमारसेन समर्थ और मां शोभना समर्थ थी। नूतन अभिनेत्री शोभना समर्थ की सबसे बड़ी बेटी थी। उनकी दो छोटी बहनें और एक भाई और था। तनूजा उनकी छोटी बहन थी जो काजोल की मां है। तनूजा और काजोल भी बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्रियां हैं।
नूतन की मां शोभना समर्थ, हिंदी और मराठी फिल्मों की सुपरस्टार मानी जाती थी जिस समय लोग फिल्मों में काम करने से कतराते थे। उनकी यहीं खूबी उनकी बेटियों में दिखाई दी। नूतन ने फिल्म हमारी बेटी से शुरूआत की लेकिन बड़ा ब्रेक फिल्म सीमा से मिला जिससे उन्हें पहला फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। इसके बाद उन्होंने कई बड़े स्टार के साथ सुपरहिट्स फिल्में दी। उन्होंने अपने करियर में करीब 70 से अधिक फिल्मों में काम किया।
नूतन 50 और 60 के दशक में स्विमसूट पहनकर फिल्मी पर्दे पर दिखने वाली चुनिंदा अभिनेत्रियों में एक थी। उन्होंने 1958 में आई फिल्म 'दिल्ली का ठग' में स्विमिंग कॉस्ट्यूम पहना था। उस दौर में इसकी खूब चर्चा हुई थी क्योंकि उस समय एक्ट्रेस का स्विमसूट पहनना आम बात नहीं थी।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो बुलंदियों पर पहुंचने वाली नूतन की छवि एकदम स्पष्ट थी। वह चाहती तो किसी फिल्मी सितारे से शादी कर सकती थी लेकिन उन्होंने भारतीय नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीश बहल को अपना जीवनसाथी चुना। नूतन ने 11 अक्टूबर 1959 को रजनीश बहल से शादी की। हालांकि शादी के बाद भी नूतन पूरी तरह सिनेमा में एक्टिव रही जो उस दौर में बहुत कम ही देखने को मिलता था। हालांकि बेटे मोहनीष के जन्म के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए ब्रेक लिया।
मोहनीष भी एक टेलीविजन और फिल्म अभिनेता है। अब तो नूतन की पोती प्रनूतन भी बॉलीवुड में कदम रख चुकी हैं। सलमान खान ने ही उन्हें जाहीर इकबाल के ओपोजिट लांच किया था। प्रनूतन एक दम अपनी अपनी दादी नूतन की कॉपी है। हालांकि मोहनीश बहल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अपनी बेटी को लाइमलाइट से दूर रखना चाहते हैं। प्रनूतन लॉ ग्रैजुएट हैें। प्रनूतन अक्सर फैमिली और दादी नूतन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती हैं। शादी के बाद उन्होंने 'बंदिनी', 'छलिया', 'मैं तुलसी तेरे आंगन की', 'देवी', 'सरस्वतीचंद्र' और 'सौदागर' जैसी कई शानदार फिल्मों में काम करके दर्शकों का दिल जीता।
लेकिन कहते हैं ना कि जो इस दुनिया में जो आया है उसे जाना भी है। नूतन अचानक ही दुनिया को अलविदा कह गई। 1990 में स्तन कैंसर का शिकार हुई नूतन फरवरी 1991 में ज्यादा बीमार हो गई और उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां 21 फरवरी को उन्होंने अंतिम सांस ली। 1991 में, ‘नसीबवाला’ और ‘इंसानियत उनकी मृत्यु के बाद रिलीज़ हुई थी।