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डिलीवरी के बाद वरदान से कम नहीं है Physiotherapy, मांसपेशियों के दर्द से मिलेगा छुटकारा

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 08 Sep, 2023 03:15 PM
डिलीवरी के बाद वरदान से कम नहीं है Physiotherapy, मांसपेशियों के दर्द से मिलेगा छुटकारा

प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई सारे बदलाव आते हैं। इसमें शारीरिक के साथ मानसिक और हार्मोनल जैसे कई बदलाव शामिल हैं। डिलीवरी के बाद ज्यादातर बदलाव अपने आप ही चले जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इनकी वजह से नई मां को बहुत तकलीफ सहनी पड़ती है। नींद की कमी, थकान, ब्रेस्टफीडिंग और लाइफस्टाइल से जुड़ी कई सारी आदतों को बदलना पड़ सकत है। डिलीवरी के बाद ज्यादातक महिलाओं को मांसपेशियों  के दर्द की समस्या से दो- चार होना पड़ता है। ऐसे में सबसे बेस्ट है फिजियोथेरेपी। ये किसी दवा से बेहतर काम करती है...

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क्यों होता है दर्द

डिलीवरी के दौरान यूट्राइन में कॉन्‍ट्रैक्‍शन उठने की वजह से शरीर के कई हिस्‍सों में दर्द और अकड़न हो सकती है। इसके अलावा टांकों, स्‍तनपान, गलत पोस्‍चर और केमिकल बदलावों की वजह से भी ऐसा होता है। इस दर्द को कम करने के लिए मां को फिजियोथेरेपी ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है। आगे हम आपको बता रहे हैं कि डिलीवरी के बाद फिजियोथेरेपी ट्रीटमेंट लेना कितना जरूरी है।

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पेल्विक मांसपेशियों के लिए है बेहतरीन

प्रेग्‍नेंसी के दौरान गर्भाशय को सपोर्ट पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां ही देती हैं। हालांकि, नॉर्मल डिलीवरी में इन मांसपेशियों में चार गुना तक खिंचाव आ जाता है। इस प्रक्रिया में कभी-कभी मांसपेशियां फट भी सकती हैं। इन सभी बदलावों की वजह से मांसपेशियों को रिहैबिलिटेशन की जरूरत होती है। फिजियोथेरेपिस्‍ट पेल्विक हिस्‍से की मांसपेशियों की जांच कर उनका इलाज करते हैं। यूरिन करने के लिए पेशाब या मल त्‍याग करने वाली पेल्विक हिस्‍से की मांसपेशियों में कॉन्‍ट्रैक्‍शन और चौड़ाई आ जाती है। चूंकि, यही मांसपेशियां गर्भाशय को सपोर्ट करती हैं इसलिए इनके रप्‍चर होने या कोई विकृति आने पर तेज दर्द और डिस्‍फंक्‍शन हो सकता है। यहां पर आप फिजियोथेरेपी की मदद से आराम पा सकती हैं।

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पोस्टपार्टम एक्सरसाइज रूटीन

डिलीवरी के बाद बॉडी को पहले की तरह शेप में लाना बहुत जरूरी होता है। फिट रहने और मां की सभी जिम्‍मेदारियां निभाने के लिए नई मांओं को अपना एक्‍सरसाइज और मेडिटेशन रूटीन बनाना चाहिए। फिजियोथेरेपी प्रोग्राम से आप ये सब कर सकती हैं। इससे शरीर को मजबूती और ताकत मिलेगी। अगर आपको भी डिलीवरी के कुछ दिनों बाद शरीर के किसी हिस्‍से में तेज दर्द या अकड़न महसूस हो रही है तो आप जल्‍द से जल्‍द फिजियोथेरेपिस्‍ट को दिखाकर ट्रीटमेंट शुरू करवाएं।


 

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