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क्या आप वजन के हिसाब से पी रहे हैं पानी? तांबा या मटका जानिए कौन सा पानी आपको देगा क्या फायदा?

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 08 May, 2021 02:50 PM
क्या आप वजन के हिसाब से पी रहे हैं पानी? तांबा या मटका जानिए कौन सा पानी आपको देगा क्या फायदा?

पानी पीना हम सब के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि शरीर के सारे विषैले तत्व पानी ही बाहर निकालता है लेकिन क्या पानी की मात्रा हर किसी को एक जैसी लेनी चाहिए? जैसे 45 किलों के शख्स को भी उतना ही पानी पीना है जितना 85 किलो के शख्स को पीना है। यह सवाल अक्सर लोगों के दिमाग में आता है चलिए इस सवाल का जवाब आपको इस पैकेज में देते हैं।

वैसे तो आमतौर पर रोजाना 2 से 2.5 लीटर पानी यानि करीब 8 से 10 गिलास पानी पीने की बात कही जाती है।

लेकिन शरीर के वजन के हिसाब से पानी पीना ज्यादा बेहतर है। शरीर का वजन किलोग्राम में जांच ले फिर उस संख्या को 30 से विभाजित कर दें जो संख्या आएंगे आपको उसी हिसाब से लीटर में रोजाना पानी पीना है जैसे

मान लें कि वजन 60 किलोग्राम है तो इसे 30 से विभाजित करने पर 2 आएगा। यानी 60 किलो के वजन के व्यक्ति को रोजाना 2 लीटर पानी पीना चाहिए।

पानी पीने के फायदे ही अनेकों है...

जितना ज्यादा पानी पीएंगे शरीर उतना ही हाइड्रेट रहेगा। कोरोना के इस काल में पानी ज्यादा पीना और भी जरूरी है। शरीर से सारे विषैले तत्व बाहर निकालने के लिए यह जरूरी है। अगर आप सादा पानी नहीं पी पाते तो इसमें नींबू पुदीना-खीरा आदि का फ्लेवर डालकर पीएं।
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तांबे के बर्तन का पानी फायदेमंद या मटके का

तांबे के बर्तन का हो या मटके का पानी, दोनों ही शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। तांबा एक कीटाणुनाशक धातु है इसलिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं।

तांबे का जल शरीर में तांबे की कमी को पूरा करता है। मंदिरों में भी पूजा स्थलों में आपने देखा होगा कि तांबे के बर्तन में ही जिसमें चरणामृत भरा होता है। श्रद्धालुओं को सबसे पहले चरणामृत ही दिया जाता है। पात्र में तुलसी युक्त इस जल ऑक्सीजन घुली रहती है। श्रद्धालु यदि लंबी दूरी से भी आया हो तो ऑक्सीजन प्राप्त करके जल्दी स्फूर्तिवान हो जाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, जिन लोगों को एसिडिटी  अल्सर, अपच और इंफेक्शन जैसी पेट की समस्याएं रहती हैं उन्हें तांबे के बर्तन में रखे रात भर पानी का सेवन सुबह खाली पेट पीना चाहिए।

लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि तांबे के बर्तन को जमीन पर ना रखें नहीं तो कोई लाभ नहीं होगा।

बर्तन की सफाई का ध्यान रखें क्योंकि बर्तन के अंदर वाले हिस्सों में कॉपर ऑक्साइड की परत (हरे रंग की) जमने लगती है।

मटके के पानी के फायदे

तांबे की तरह मटके का पानी भी बेहद फायदेमंद है। दरअसल मिट्टी में कई प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसमें मौजूद मिनरल्स पानी के साथ घुल कर शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।

1. यह पानी स्किन के लिए बहुत बढ़िया है जिन लोगों को मुंहासे, फोड़े फुंसियों या त्वचा संबंधी समस्या रहती हैं वो यह पानी जरूर पीएं।

2. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल  रखने में भी मटके का पानी फायदेमंद है। यह बैड कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है जिससे हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।

3. जो लोग एनीमिया के शिकार है उनके लिए मटके का पानी वरदान है। मिट्टी में मौजूद आयरन खून की कमी को दूर करता है।

4. मटके का पानी उन सब बैक्टीरिया को खत्म कर देता है जो डायरिया, पीलिया और डीसेंट्री जैसी बीमारियों को जन्म देता है। पेट में दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज नहीं होती। शरीर में दर्द ऐंठन और सूजन नहीं रहती।

5. एक अमेरिकन स्टडी के मुताबिक, मिट्टी में मौजूद गुण कैंसर की शुरुआत को रोक सकते हैं क्योंकि मटके के पानी में कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते हैं जो कैंसर सेल्स बनने से रोकते हैं।

बता दें कि पानी में कैलोरी बिल्कुल भी नहीं होती है। खाने से पहले आधा लीटर पानी पी लें इससे भूख कम लगती है और वजन नियंत्रण में रहता है।

आप व्यायाम करते हैैं तो पानी आपके लिए बहुत जरूरी है। हर आधे घंटे में एक गिलास पानी जरूर पीएं। व्यायाम करने से पसीना निकलता है जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। तो देखा पानी का कमाल यह हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है आप जान गए होंगे इसलिए बीमारियों से बचने के लिए इसका भरपूर सेवन करते रहें।   


 

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