भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाला छोटे से छोटा मसाला बहुत ही काम आता है। परांठे, कुल्चे और सब्जी में इस्तेमाल होने वाली अजवाइन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकती है। महिलाएं अक्सर रसोई में इसका इस्तेमाल करती हैं। लेकिन इससे होने वाले फायदों के बारे में बहुत से कम लोग जानते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल, थाइमिन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जुकाम और अपच के अलावा भी यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। तो चलिए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में...
गर्भवती महिलाओं के लिए
महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान अपच और एसिडिटी की समस्याएं हो जाती हैं। डिलीवरी के बाद अजवाइन को पानी में उबालकर पीएं। इससे पेट साफ हो जाएगा और शरीर में महसूस हो रही गर्मी से भी राहत मिलेगी। एक्सपर्ट्स बच्चों को भी अजवाइन का पानी पीने की सलाह देते हैं। पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में भी अजवाइन का पानी बहुत ही फायदेमंद होता है।
सर्दी-जुकाम से राहत
बदलते मौसम के साथ शरीर का तापमान भी प्रभावित होता है। जिससे आपको सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए आप गुड़, अदरक और अजवाइन से एक मिश्रण तैयार कर लें और इसका दिन में 2-3 बार सेवन करें। ये मिश्रण कफ और अस्थमा में मददगार हो सकता है।इसके इस्तेमाल से लगातार हो रही खांसी से भी छुटकारा मिलता है। अजवाइन के एंटीबैक्टिरियल गुण खांसी-जुकाम से राहत दिलाने में मदद करेंगे।
पेट संबंधी समस्याओं से राहत
अजवाइन पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसका सेवन करने से आपको भूख भी ज्यादा लगती है और पेट की परेशानियों से भी राहत मिलती है। आप चाहें तो अजवाइन की बीजों को भूनकर भी खा सकते हैं। इसके अलावा जीरा, सूखी अदरक, काला नमक और अजवाइन को मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें और रोजाना इसका सेवन करें।
वजन घटाने में
अडवाइन में थोड़ी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कि मेटाबॉलिजिम की कार्य प्रणाली को बेहतर करने में मदद करता है। इसके पानी का सेवन करने से आप वजन भी आसानी से घटा सकेंगे।
चोट लगने पर
अजवाइन में थाइमॉल नाम का हार्मोन पाया जाता है जो चोट के लिए दवाई का काम करता है। आप अजवाइन का पेस्ट बनाकर जख्म पर लगा सकते हैं। जख्म को साफ करने के लिए आप गुनगुने पानी में अजवाइन मिलाकर भी प्रयोग कर सकते हैं।