हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस समीरा रेड्डी ने एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें कोरोना के कहर को देखते हुए उन्हें अपने बच्चों की चिंता हो रही है। यह हाल सिर्फ उनका ही नहीं बल्कि हर मां का हो रहा है। उन्हें लग रहा है कि वो और उनके बच्चें घर में कैद है। लेकिन वो लोग घर में इस महामारी से बचे हुए है। जैसे भालू ठंड से बचने के लिए हाइबरनेशन में जाता है। कुछ पल के लिए अपने आपको सेफ रखने के लिए छुपना पड़ता है। कुछ यूं ही हम भी इस कोरोना वायरस से छुपे हुए है। ऐसे में आपको पॉजिटिव रहना बहुत जरुरी है। न कि डरना है और न ही अपने बच्चों को डराना है।
पिंजरे में कैद नहीं बल्कि गुफा में छुपे है
हर जगह एक ही बात चल रही है की हम सब इंसान पिंजरे में कैद है। मगर ऐसा नहीं है। जब शिकारी शिकार करने आता है तो शेरनी अक्सर अपने बच्चों को लेकर गुफा में छुप जाती है। ऐसा नहीं है कि वो कमजोर है बल्कि ऐसा है कि वो जानती है कि क्या सही है। क्योंकि अपनी शक्ति का हर जगह प्रदर्शन करना सही नहीं है।
कुदरत की वजह से नहीं कुदरत के लिए रुके है
आप सबको लग रहा है कि यह कुदरत का कहर है कि हम आज कुदरत की वजह से कैद है। लेकिन हम कुदरत के लिए आज अपने घर पर रुके है। ताकि सब ठीक हो जाए और हमारी जिंदगियां फिर से उजाले से भर उठे।
चिंता को मन में ही चिता बनाना है
कहते है चिंता चिता समान होती है। मगर अब इस कोरोना के चिंता को मन में ही चिता बनाने का वक्त आ गया है। आपको सतर्क रहना है स्ट्रेस में नहीं। अगर आप स्ट्रेस में रहेंगी तो आपके बच्चों पर असर पड़ेगा।
बच्चों को रोज एक पुरानी कहानी सुनाइए
यह सबसे सही वक्त है बच्चों को अपने इतिहास से मिलवाने का। वो अब पूरी तरह से आपके कण्ट्रोल में है। आप उन्हें हिंदू माइथोलॉजी के बारें में। हमारे कल्चर में कितने वेद और उनके क्या महत्व है। यह सब सिखाने का वक्त दोबारा शायद नहीं मिलेगा।
जरा बच्चों को महाभारत और रामायण से मिलवाइए
अब आप सबको तो पता ही है कि महाभारत और रामायण दोबारा टीवी पर प्रसारित होने वाला है तो आप उनके साथ ऐसे टीवी शोज जरूर एन्जॉय करें।
हाइबरनेशन का मतलब समझिए
अब एक शब्द है 'हाइबरनेशन' इसका मतलब होता है कि जब पोलर बियर ठण्ड से बचने के लिए कुछ महीनो तक एक जगह पर सो जाते है। बुरे मौसम से अपने आपको बचाने का यह तरीका सबसे सही है।
बच्चों का इम्यून सिस्टम ही नहीं मेन्टल हेल्थ पर भी दें ध्यान
अक्सर माएं अपने बच्चों के शारीरिक हेल्थ पर बहुत ध्यान देती है लेकिन वो उनके मेन्टल हेल्थ के बारें में सोचती ही नहीं है। अगर आप चिंता से मुक्त होंगे तो आपके बच्चे भी खुश और आप भी खुश रहेंगी। यहां तक कि स्ट्रांग मेन्टल हेल्थ से किसी भी जंग को लड़ा जा सकता है।