70-80 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस बबीता कपूर ने भले ही कम काम किया लेकिन छोटे से फिल्मी करियर में शोहरत-रूतबा-पैसा सब कमाया मगर कपूर खानदान की बहू बनने के लिए इन सबको ठुकरा कर खुशी-खुशी हाउस वाइफ बनने को तैयार हो गई लेकिन जब इतने त्याग के बाद भी उन्हें पति का प्यार और खुशी नहीं मिली तो ससुराल छोड़कर बेटियों संग अलग रहने लगी। कपूर खानदान की परंपरा तोड़कर दोनों बेटियों को एक्ट्रेस बनाया जो कामयाबी वो प्यार में पड़कर हासिल नहीं कर पाई वो उन्होंने ससुराल से बगावत कर अपनी बेटियों को दिलाई। जी हा, ऐसी हैं करीना-करिश्मा की हॉट मम्मी की इंटरेस्टिंग स्टोरी...
20 अप्रैल 1948 को एक सिंधी परिवार में जन्मीं बबीता का परिवार पाकिस्तान से था मगर भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त उनका परिवार भारत आ गया। आपको बता दें कि बबीता मशहूर एक्ट्रेस साधना की रिश्ते में कजिन हैं। बबीता ने अपने फिल्मी करियर में केवल 19 फिल्में की हैं। उन्होंने डेब्यू फिल्म के लिए 10 लाख रुपए मिले थे। उन्हें पहचान फिल्म ‘राज’ से मिली। जब करियर टॉप पर आया तो बबीता को रणधीर कपूर से प्यार हुआ। मगर कपूर खानदान की परंपरा थी कि उनके घर की बहू-बेटी कोई एक्ट्रेस नहीं बनेगी इसलिए कपूर खानदान इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था। राज कपूर बबीता को अपनी फिल्म में एक्ट्रेस बनाने के लिए तो माने लेकिन घर की बहू नहीं। मगर रणधीर कपूर बबीता के लिए परिवार से रिश्ता तोड़ने को भी राजी हो गए। वो वक्त भी आया जब रणधीर ने बबीता को अल्टीमेट दिया कि शादी करो या करियर देखो...मगर बबीता ने करियर छोड़कर रणधीर को चुना।
शादी के कुछ साल बाद दोनों में मनमुटाव रहने लगा। रणधीर शराब के नशे में रहने लगे और उनका करियर फ्लॉप होने लगा। इन सब से दुखी होकर बबीता बेटियों को लेकर पति से अलग रहने लगी। फिर उन्होंने बड़ी बेटी करिश्मा को फिल्मों में लाने की तैयारी की लेकिन बबीता के इस फैसले के बाद उनके और रणधीर के रिश्ते और भी खराब होते गए। आज बबीता की दोनों बेटियां बॉलीवुड की जानी मानी एक्ट्रेस हैं। करीना और करिश्मा दोनों ने ही बॉलीवुड में खूब नाम कमाया और धीरे-धीरे बबीता-रणधीर की दूरियां भी कम हुई और दोनों साथ रहने लगे।
बता दें कि ससुराल में बबीता की अपनी देवरानी नीतू कपूर से बिल्कुल नहीं बनती थी जिसकी वजह दोनों के बीच पारिवारिक रंजीस थी। दोनों में छत्तीस का आंकड़ा था। जब करिश्मा की शादी हुई तब नीतू कपूर शादी में नहीं पहुची। वहीं जब नीतू की बेटी की शादी हुई तब बबीता या उनकी दोनों बेटियां इस शादी का हिस्सा नहीं बनी। इसलिए करीना-करिश्मा और उनकी कजिन रिद्धिमा में भी आपसी मन-मुटाव रहा। मगर इस मन-मुटाव को कम करने के लिए पहल बबीता ने की। उन्होंने करीना की शादी में नीतू कपूर को इनवाइट किया। शादी में दोनों इस तरह मिली जैसे दो बहने मिलती हो। फिर अरमान जैन की शादी में दोनों को साथ नाचते देखा गया। दोनों के रिश्ते में सुधार तो हुआ लेकिन कुछ दाग आज भी है, इसलिए इन्हें कम मौकों पर ही साथ देखा जाता है।
बता दें कि बबीता ने अपनी लाइफ में जो बड़ी गलती की उन्होंने अपनी बेटियों को नहीं करने दी। करिश्मा ने भी खासकर इसी वजह से पति से रिश्ता तोड़ा क्योंकि उन्हें करिश्मा के काम करने से आपत्ति थी लेकिन करीना ने तो सैफ से शादी से पहले ही शर्त रख दी थी कि वो शादी के बाद भी अपना फिल्मी करियर जारी रखेंगी। करीना की इस शर्त को सैफ आज तक निभाते आ रहे है।