कोरोनावायरस के कहर से पूरी दुनिया में अब तक तकरीबन लाखों मौतें हो चुकी है लेकिन वहीं बहुत से लोग इससे ठीक भी हो रहे है लेकिन इस बीच डॉक्टरों को चिंता इस बात की सता रही है कि कोरोना संक्रमित मरीज की रिपोर्ट ठीक होकर भी पॉजिटिव आ रही है ऐेसे में कोरोना रोगियों का संक्रमण नेगेटिव करने में एक दवा काफी असरदार साबित हो रही है।
इस दवा का नाम एजीथ्रोमाइसिन ( Azithromycin) है। इसका असर रोगियों में बेहतर रूप से दिखाई दे रहा है। डॉक्टरों ने इसका असर कोरोना संक्रमितों में देखा इतना ही नही कोरोना रोगी 14 दिन के अंदर ही कोरोना से मुक्त हो गए और वापिस अपने घर चले गए। इतना ही नही इससे कोरोना रोगियों में दोबारा किसी दूसरी बिमारी के कोई लक्षण भी नही दिखे।
क्यों फायदेमंद है ये दवा?
डॉक्टर्स की माने तो जो लोग कोरोना संक्रमित होते है उनके फेफड़ों में निमोनिया होता है और ये दवा बैक्टीरिया को मार देता है और रोगी का सास तंत्र भी इससे क्षतिग्रस्त नही होता। ये हार्ट के लिए भी कारगर साबित हुई है।
इसी दवा पर सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आरती लालचंदानी ने इस पर रिसर्च किया है। उनकी रिसर्च में ये पता चला कि ये दवा फेफड़ों को संक्रमण से बचाती है। इस दवा के कोई भी साईड इफेक्ट्स नही है और ये बहुत से बैक्टीरिया को मारने में काम करती है और कोरोना संक्रमित 14 दिन में ठीक भी हो जाता है।