कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में आफत बना हुआ है। अब तक लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं वहीं 58,00 लोग इसके कारण अपनी जान भी गवां चुके हैं। पर इन सबके बावजूद डॉक्टर्स अपना हौंसला नहीं छोड़ रहे।
हाल ही में खबर आई है कि ऑस्ट्रेलिया कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ लिया है। शोधकर्ताओं का दावा है कि इस वायरस का इलाज करने में HIV और मलेरिया रोधी दवाएं कारगार साबित हो सकती हैं। क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के क्लिनिकल शोध केंद्र के निदेशक डेविड पैटर्सन ने कहा कि दो दवाओं को टेस्ट ट्यूब में कोरोना वायरस को रोकने के लिए इस्तेमाल किया गया, जोकि कारगर है। अब यह इंसानों पर परीक्षण के लिए भी तैयार है।
इन 1 दवाओं में एक HIV और दूसरी मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली क्लोरोक्वीन है। दोनों दवाओं का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलिया में संक्रमित कुछ मरीजों पर किया गया, जिससे मरीज में वायरस पूरी तरह से गायब हो गया। रॉयल ब्रिसबेन एंड वीमेन्स हॉस्पिटल में संचारी बीमारी के डॉक्टर पैटर्सन ने कहा, 'यह संभावित प्रभावी इलाज है, जिसके बाद मरीज के शरीर में कोरोना वायरस का कोई संकेत तक नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'हम पूरे ऑस्ट्रेलिया में 50 अस्पतालों में बड़े पैमाने पर दवा का इंसानों पर परीक्षण करना चाहते हैं ताकि अन्य दवाओं के साथ इन 2 दवाओं के समिश्रण की तुलना की जा सके। कुछ मरीजों पर इस दवा का बहुत ही सकारात्मक असर हुआ है, हालांकि नियंत्रित परिस्थियों या तुलानात्मक आधार पर इसकी जांच नहीं की गई है। बता दें कि यह दवा टैबलेट के रूप में है जिसे मरीज को मुंह के जरिए दिया जाता है।
यह वायरस लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन चुकी है। बता दें कि अब तक दुनियाभर में 58,00 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं लाखों लोग इस बीमारी से अभी भी जूझ रहे हैं। इस वायरस से बचने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि अवरनेस की फिलहाल इस वायरस से बचने का तरीका है।
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