नारी डेस्क बिगड़ती जीवनशैली और अनियंत्रित खानपान के कारण आजकल कई तरह की बीमारियां होने लगी है। इन्हीं में PCOD का नाम भी शामिल है, जो महिलाओं से जुड़ी बीमारी है। बता दें कि एक्सपर्ट की सलाह से इसे बैलेंस किया जा सकता है, यह कोई गंभीर बीमारी नहीं होती है। इसे घर पर भी कंट्रोल किया जा सकता है। PCOD से पीड़ित हर महिला की कहानी एक जैसी होती है। यह सिंड्रोम आपकी ओवरी को बड़ा कर देता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, अनियमित पीरियड, इंसुलिन का स्तर, जेनेटिक्स, और एण्ड्रोजन (मेल हार्मोन) की अधिकता इस समस्या का कारण हो सकती हैं। इसे संभालना कितना मुश्किल है, यह तो केवल पीसीओएस से ग्रसित महिला ही बता सकती है। लेकिन अगर आप पीसीओएस (PCOS ) के इलाज के सामान्य सवालों से परेशान हैं, तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।
हार्मोन इंबैलेंस (PCOS) में होने वाले सिम्टम्स और सामान्य लक्षण
समय से पीरियड का न आना
मोटापा/एक्ने
चहरे पर हेयर ग्रोथ बढ़ जाना
कंसीव करने में समस्या होना
स्कैल्प से जुड़ी समस्या और बाल झड़ना
कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहना
टाइप 2 डायबिटीज का खतरा
किचन में मजूद यह 3 मैजिकल चीज़े , PCOS से रखेंगी दूर
दालचीनी
आयुर्वेद में दालचीनी को बेहद अहम माना गया है। डायटीशियन उर्वी गोहिल कहती हैं कि दालचीनी का इस्तेमाल करने से ब्लड शुगर का लेवल ठीक रहता है। इसके अलावा, ये वेट गेन होने से भी रोकती है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा भी कम होता है। हालांकि, एक्सपर्ट बताती हैं कि हमेशा ही सीलोन दालचीनी का ही इस्तेमाल करें।
अदरक
अगर आप अदरक खाती हैं तो ये शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन दोनों ही हार्मोन्स को बैलेंस करने का काम करता है। ये पीसीओएस में तो फायदेमंद होने के अलावा पाचन तंत्र को भी ठीक रखता है।
हल्दी
एक्सपर्ट कहती हैं कि हल्दी भी इस समस्या में काफी फायदेमंद हो सकती है। हल्दी आपके शरीर में इंफ्लामेशन के लेवल को बढ़ने नही देती, जिससे एक्ने और पिंपल्स नहीं होते हैं। इसके अलावा, फर्टिलिटी से जुड़ी दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ता है।