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मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेस का होता था शोषण, काला चिट्ठा खुलने पर बुरा फंसा मशहूर डायरेक्टर

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 27 Aug, 2024 03:28 PM
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेस का होता था शोषण, काला चिट्ठा खुलने पर बुरा फंसा मशहूर डायरेक्टर

नारी डेस्क: यौन उत्पीड़न को लेकर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री इस समय पूरी हिल चुकी है। न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में महिलाओं के उत्पीड़न के चौंकाने वाले खुलासों का सामना कर रहे मलयालम फिल्म उद्योग में  उस समय और खलबली मच गयी, जब अन्य महिला कलाकार भी यौन उत्पीड़न के आरोपों के साथ सामने आईं। कुछ फिल्मों में नजर आ चुकीं अभिनेत्री मीनू मुनीर ने अभिनेता से विधायक बने एम. मुकेश, जयसूर्या, मणियांपिल्ला राजू और इदावेला बाबू के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए। वहीं  पुलिस ने डायरेक्टर और केरल राज्य चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष रंजीत आईपीसी की धारा 354 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मीनू मुनीर ने लगाए कई आरोप

वहीं, एक अन्य प्रसिद्ध अभिनेत्री ने भी एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता पर कई साल पहले दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। फिल्म निर्माता ने आरोपों से इनकार किया है। मीनू मुनीर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में आरोप लगाया-‘‘मैं मलयालम फिल्म उद्योग में मुकेश, मणियांपिल्ला राजू, इदावेला बाबू, जयसूर्या, चंद्रशेखरन, ​​प्रोडक्शन सहायक नोबल और विचू द्वारा मेरे साथ किए गए शारीरिक और मौखिक दुर्व्यवहार की घटनाओं के बारे में पुलिस को बयान देने को तैयार हूं।'' उन्होंने दावा किया, -‘‘वर्ष 2013 में, एक फिल्म पर काम करते समय मुझे इन व्यक्तियों द्वारा शारीरिक और मौखिक दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था।''

अभिनेता बाबूराज भी निशाने में

 मणियांपिल्ला राजू को छोड़कर किसी भी अभिनेता ने मुनीर के आरोपों का जवाब नहीं दिया है। इसके अलावा एक जूनियर कलाकार ने अभिनेता बाबूराज पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। ‘मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन' (एएमएमए) के पदाधिकारी बाबूराज ने आरोपों को खारिज करते हुए संदेह जताया कि फिल्म उद्योग में निहित स्वार्थ इसके पीछे हैं। उन्होंने दावा किया कि यह आरोप उन्हें एएमएमए का महासचिव बनने से रोकने का एक प्रयास था। अभिनेत्री द्वारा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक मुकेश के खिलाफ आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद युवा मोर्चा और महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कोल्लम में अभिनेता के आवास की ओर अलग-अलग मार्च निकाले और उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने तथा उनसे इस्तीफा देने की मांग की। बहरहाल, कोल्लम के विधायक ने अभी इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

जांच की उठी मांग

केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता वी.डी.सतीसन ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य की वाम सरकार मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है और इसलिए न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट पर जांच की पहल नहीं कर रही। इस बीच, अभिनेता मणियांपिल्ला राजू ने मलयालम फिल्म उद्योग में सामने आ रहे आरोपों की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कई और खुलासे होंगे और उनके पीछे कई हित शामिल होंगे। राजू ने कहा-‘‘कुछ लोग स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। आरोपियों में निर्दोष और दोषी दोनों होंगे। इसलिए एक विस्तृत जांच जरूरी है।'' 

फिल्म निर्माता रंजीत ने अपने पद से दिया इस्तीफा

इससे एक दिन पहले, यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद फिल्म निर्माता रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से और अभिनेता सिद्दीक ने ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स' (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2017 में एक अभिनेत्री पर हमले के बाद केरल सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न व शोषण के मामलों का खुलासा किया गया है, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। 

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