बीते जमाने की बहुत सारी एक्ट्रेसेस, जिनकी कातिलाना अदाओं, खूबसूरत अदाकारी पर आज भी लोग मरते हैं। शर्मिला टैगोर, रेखा, हेमा मालिनी उन्हीं एवरग्रीन दीवाज में से एक रही हैं लेकिन अपने जमाने की एक बेहद हसीन एक्ट्रेस ऐसी थी जो शर्मिला-रेखा को अपने आगे कुछ नहीं गिनती थी। वो शर्मिला को फ्लॉप देने वाली एक्ट्रेस कहती थी और रेखा को तो वह अपने टक्कर का ही नहीं मानती थी। उस समय जितनी फैंटेसी दर्शकों को उस एक्ट्रेस को देखकर पैदा होती थी उतनी आज सारी एक्ट्रेस मिलकर भी नहीं जगा पाती हैं। शाहरुख खान का तो पूरा बचपन ही उस चुलबुली एक्ट्रेस के सम्मोहन में बीता और आज भी वे सिर्फ उन्हीं के दीवाने हैं। जी हां, वो थी मुमताज, जिन्हें लोग बॉलीवुड की स्टंट वुमन भी कहते थे।
31 जुलाई 1947 को मुंबई में जन्मी मुमताज सिर्फ 11 साल की थी जब फिल्मों में आई गई और 16 साल की उम्र में हिट और 22 की उम्र में सुपरस्टार भी बन गईं। मुमताज बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थी क्योंकि उनकी मां नाज और चाची नीलोफर पहले से ही अभिनय की दुनिया में थीं लेकिन वह सिर्फ जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म जगत से जुड़े थे। यही वजह रही कि मुमताज को शुरुआत में छोटे-मोटे रोल मिले। 26 साल की उम्र में मुमताज ने युगांडा के बिजनेसमैन मयूर माधवानी से शादी कर घर बसाया और 30 साल की उम्र में फिल्मी दुनिया को अलविदा भी कह गईं। आज मुमताज लंदन में अपने परिवार के साथ वक्त बिता रही हैं। चलिए आज के इस पैकेज में मुमताज के जीवनी के बारे में ही आपको बताते हैं।
मुमताज उन एक्ट्रेस मेंं से एक थी जिन्होंने अपने जमाने में फिल्म के लिए मोटी फीस ली। वह एक फिल्म का 10 लाख रु. लेती थी जो उस जमाने में बहुत बड़ी रकम थी। चाइल्ट आर्टिस्ट के तौर पर वह फिल्म नगरी में एक्टिव हो गई थी। वह सिर्फ 15 साल की थी जब दारा सिंह के साथ उन्होंने फिल्म फौलाद में फीमेल लीड रोल में नजर आई थी। यह उनका पहला बड़ा ब्रेक था आगे उन्होंने दारा सिंह के साथ कुछ 16 फिल्में की। उस समय एक्ट्रेसेस के बीच के आपसी जोड़-तोड़ की खबरें आम थी। मुमताज भी अपनी फीस घटा देती थी और रोल ले लेती थी ताकि किसी दूसरी हीरोइन को मौका ना मिले। रेखा इंडस्ट्री में जब आई थी तब तक वह एक सुपरस्टार बन चुकी थी। मुमताज ने कहा था कि रेखा को अच्छे से नाचना नहीं आता था हालांकि वे डांस के मामले में वे सिर्फ हेमा मालिनी को अपना कंपीटिशन बताती थीं। शर्मिला के साथ उनकी शत्रुता के चर्चे लाइमलाइट में रहते थे। दोनों तब सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ फिल्में करती थीं और इसी को लेकर उनमें आपसी तुलना बनी रहती थी। इस पर मुमताज ने कहा था कि उनके और शर्मिला के बीच फर्क यही था कि उन्होंने राजेश खन्ना के साथ एक भी फ्लॉप फिल्म नहीं दी जबकि शर्मिला ने फ्लॉप दी थी।
जब मुमताज ने फिल्में छोड़ी उस समय राजेश खन्ना और उनकी जोड़ी टॉप पर थी। मुमताज महज 18 साल की थी जब वह शम्मी कपूर के प्यार में पड़ी थी। फिल्म ‘ब्रह्मचारी’ की शूटिंग के दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ा, बात शादी तक भी पहुंची लेकिन शम्मी ने उन्हें प्रस्ताव दिय़ा कि वे फिल्मों में काम करना छोड़कर उनके साथ घर बसा ले लेकिन मुमताज़ नहीं मानीं। शम्मी के अलावा मुमताज का नाम जीतेंद्र, डायरेक्टर यश चोपड़ा से भी जोड़ा जाता था। उस समय यश राज नए नए डायरेक्टर बने थे और उन्होंने अपनी फिल्म ‘आदमी और इंसान’ में मुमताज को लिया था। दोनों के प्रेम के चर्चे काफी सुर्खियों में रहे थे हालांकि यशराज पामेला से शादी करने जा रहे थे तो उनके दोस्त रोमेश से पॉमेला ने पूछा भी था कि यश और मुमताज के बीच क्या चल रहा है? जिस पर रोमेश ने कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है वो सिर्फ अच्छे दोस्त हैं लेकिन एक इंटरव्यू में पॉमेला ने कहा कि रोमश ने ऐसा कहा जरूर था लेकिन यह सच नहीं था।
राजेश खन्ना के साथ उनकी जोड़ी को भी खूब प्यार मिला। दोनों फिल्म दो रास्ते के दौरान मिले इस फिल्म के बाद से दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। दोनों ने कई हिट्स फिल्में साथ में दी। ‘जय जय शिव शंकर’ और ‘बिंदिया चमकेगी’, ‘गोरे रंग पे न इतना गुमान कर’ जैसे गानों में इन दोनों की जोड़ी को बहुत याद किया जाता है। मुमताज ने राजेश खन्ना को याद करते हुए कहा था कि वह दोस्त बनाने को लेकर बहुत चूजी थी और वह उनकी करीबी दोस्त बन गई थी। दोनों एक दूसरे के पड़ोसी भी थे। वह मुमताज को मजाक में “ऐ मोटी इधर आ” कहकर बुलाते थे। मुमताज को कोई भी अफेयर शादी तक नहीं पहुंचा वजह थी मुमताज पर परिवार की जिम्मेदारियां। मुमताज फिल्मों मेंं पैसा कमाने और परिवार को संभालने में ही डूबी रही थीं। ‘बूंद जो बन गए मोती’ (1967) बनने के दौरान उनकी मां गुजर गईं थी जिसके बाद परिवार का बोझ उन्हीं पर आ गया था। वह सुबह 4 बजे उठकर रात 9 बजे तक वे काम करती थीं।
मुमताज़ के मुताबिक, “मैं लकी थी कि पुरुष (को-स्टार्स) मुझसे शादी करना चाहते थे। हां, एक आकर्षण था, लेकिन मैं आगे नहीं बढ़ी। मेरी जिम्मेदारियां इतनी ज्यादा थीं कि अफेयर्स के लिए टाइम नहीं था।” शाहरुख आज भी उनके दीवाने हैं। एक इवेंट में मुमताज को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देने शाहरुख आए थे। उन्होंने कहा कि वे उनके बहुत बड़े दीवाने हैं और गौरी के अलावा वे अकेली ऐसी एक्ट्रेस हैं जिनसे वे बहुत प्यार करते है। इस पर मुमताज़ का कहना था कि जिन शाहरुख खान को पूरी दुनिया प्यार करती है उनका ये बोलना, उनके लिए बहुत बड़ी प्रशंसा की बात है। मुमताज ने अपने 15 साल के फिल्मी करियर में करीब 108 फिल्मों में काम किया। हालांकि शादी के बाद उन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया हालंकि 1989 में फिल्म आंधियां में उन्होंने कमबैक किया लेकिन फिल्म फ्लॉप रही और मुमताज ने अभिनय की दूसरी पारी शुरू करते ही खत्म करने का फैसला ले लिया। मुमताज ब्रेस्ट कैंसर का भी शिकार रह चुकी हैं। मुमताज ने कैंसर को मात दी और कई लोगों के लिए आदर्श बनीं। साल 1996 में मुमताज को फिल्मफेयर का “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” मिला। साल 2005 में मुमताज की बेटी नताशा की शादी फरदीन खान के साथ हुई। कुछ समय पहले मीडिया में मुमताज के मौत की खबर फैली थी तो मुमताज ने खुद सोशल मीडिया में एक वीडियो पोस्ट के जरिए खुद के बिलकुल ठीक ठाक होने की खबर दी थी। मुमताज भले ही बॉलीवुड नगरी में गुमनाम हो गई लेकिन लोगों के दिलों में वह आज भी वैसे ही बसी हैं।