इंडस्ट्री में ऐसे कई सितारे रहे हैं जो अपनी एक फिल्म से रातों-रात स्टार बन लेकिन फिर उनकी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ कि सब कुछ ही बदल गया। इनका करियर रूक गया और हालत ऐसी हो गई कि एक पल में इन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो गया। इन्हीं में से एक हैं अनु अग्रवाल....अनु अग्रवाल को लोग 'आशिकी गर्ल' के नाम से जानते हैं। अपनी पहली फिल्म आशिकी में अपनी मासूमियत से अनु अग्रवाल ने सबका दिल जीत लिया लेकिन बाद में उनकी जिंदगी दुखों से भरी रही।
'आशिकी गर्ल' बन घर में हुई फेमस
11 जनवरी 1969 को दिल्ली में जन्मी अनु अग्रवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र की पढ़ाई की है। मॉडलिंग के बाद उन्होंने 1990 में आई फिल्म 'आशिकी' से बॉलीवुड में कदम रखा और अपनी पहली फिल्म से ही वह स्टार बन गई। निर्देशक-फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने जब पहली बार अनु को देखा तो तय कर लिया कि यही फिल्म आशिकी में काम करेंगी और यह फिल्म सुपरहिट भी रही। इस फिल्म के बाद अनु को इतना प्यार मिला कि इनके घर के बाहर लोगों की लाइन लगी रहती थी ऑटोग्राफ लेने के लिए। हालांकि, उनकी यह शोहरत लंबे समय तक नहीं रह पाई।
पहली फिल्म से मिली सक्सेस के बाद अनु ने विदेश में भी काम के मौके तलाशने शुरू कर दिए थे। इस बारे में खुद एक्ट्रेस ने कहा था कि, 'एक दिन मैंने ये निर्णय लिया कि मैं लॉस एंजलेस में जाकर काम करूंगी। मुझे एक बड़े मॉडलिंग प्रोजेक्ट का ऑफर मिला था। जब मैं वहां गई तो मैंने पूछा कि क्या इस स्किन कलर के साथ वे मुझे लीड रोल ऑफर करेंगे। लोग आज रेसिजम की बात करते हैं मगर 25 साल पहले भी लीड रोल के लिए फेयर फेस वाली लड़कियों को ही लिया जाता था। उस समय मैं खुद ही देश की टॉप एक्ट्रेस बन गई थी। ऐसे में मैं क्यों साइड रोल करती भले ही मुझे ढेर सारे पैसे मिल रहे थे। मैं वापस भारत आ गई और मैंने योग और मेडिटेशन सीखना शुरू किया।
एक हादसे ने बदल दी जिंदगी
वही, साल 1996 तक फिल्में करने के बाद अनु अग्रवाल ने वर्ल्ड टूर का मन बनाया और जब ये बात उन्होंने अपने असिस्टेंट को बताई तो उन्हें लगा कि एक्ट्रेस को मनोचिकित्सक की जरूरत है। बाद में एक्ट्रेस ने अपना बांद्रा वाला घर और कार बेची। इसके बाद वर्ल्ड टूर पर निकल गई। इसके बाद वह अध्यात्म से जुड़ गई। वह एक आश्रम में रहकर आध्यात्म ले रही थीं। उन्होंने अपना नाम तक बदल लिया था लेकिन इसी बीच उनका एक भयानक कार एक्सीडेंट हो गया और वो कोमा में चली गई। करीब एक महीने बाद जब उन्हें होश आया तो वह खुद को पूरी तरह भूल चुकी थीं। इस हादसे से उबरने में उन्हें कई साल लग गए और तब तक उनका फिल्मी करियर भी खत्म हो चुका था। करीब 3 साल तक अनु अग्रवाल का इलाज चलता रहा। अनु ने एक इंटरव्यू में बताया था- मैं शुरु से ही योग करती थी और 1997 में मैंने उत्तराखंड के आश्रम में योगा सीखा। लेकिन इसी बीच, 1999 में मेरा एक्सीडेंट हो गया और मैं कोमा में रही। डॉक्टर ने मेरे पेरेंट्स को कहा कि इसकी मौत कोमा में ही हो जाएगी। लेकिन योगा की मदद से मैंने मौत को भी मात दे दी।
एक इंटरव्यू में अनु अग्रवाल ने बताया था कि एक्सीडेंट के बाद 2001 में उन्होंने संन्यास ले लिया और अपना सिर मुंडवा लिया एक बैग उठाकर वो इधर-उधर घूमती रही लेकिन जब 2006 में उन्होंने वापसी की तो उनके घर को पूरे मीडिया ने घेर लिया था।
एक्सीडेंट के बाद अनु अग्रवाल की शक्ल सूरत ही बदल गई। एक्ट्रेस ने अपनी आत्मकथा भी लिखा ताकि लोग उनकी कहानी जान सकें। अनु की किताब के ‘अनुज्युअल’ के लॉन्च के मौके पर महेश भट्ट ने एक्ट्रेस की खूब तारीफ की थी और कहा था कि यह बच्ची मौत के मुंह से निकली है लेकिन मेरे लिए चौंकाने वाली बात यह है कि इतने मुश्किल समय में भी उन्होंने अपनी जिंदगी कैसे शानदार तरीके से बदल दी हैं।
अभी तक अनु ने नहीं की शादी
अनु अग्रवाल की शादी भी नहीं हुई है उनका एक ब्वॉयफ्रेंड था लेकिन लॉन्ग टाइम रिलेशनशिप की वजह से उससे भी उनका रिश्ता टूट गया। अब इंडस्ट्री से दूर रहकर अनु अग्रवाल अपना एक फाउंडेशन चलाती है जिसमें वो गरीब बच्चों को मुफ्त में योगा सिखाती हैं। इसके अलावा वह एक पावरलिफ्टर हैं और उन्होंने कई वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया है।