दुनिया भर में अलग-अलग जाति व धर्म के लोग रहते हैं। ऐसे में वे अपने धर्मों का पालन करते हैं। बात अगर मुसलमानों की करें तो वे एक दिन में 5 बार नमाज पढ़ कर अपने खुदा से प्रार्थना करते हैं। मगर क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि दुनिया में एक ऐसा देश है जहां पर मस्जिद नहीं बनी है? साथ ही इस पर हैरानी की बात है कि इस देश में हजारों की गिनती में मुस्लिम होने के बावजूद भी कोई मस्जिद नही बनी है। साथ ही इसे बनवाने की अनुमति भी नहीं दी गई है। तो चलिए जानते है इस देश के बारे में विस्तार से...
स्लोवाकिया में नहीं है कोई मस्जिद
यूरोप महाद्वीप में बसे स्लोवाकिया देश में करीब 5000 मुस्लिम होने के बावजूद भी यहां पर मस्जिद बनाने की अनुमति नहीं है। यहां पर रहने वाले सभी मुस्लिम तुर्क और उगर है जो करीब 17 वीं सदी से इस देश में रह रहे हैं।
मस्जिद को बनवाने पर हुआ था विवाद
स्लोवाकिया यूरोपीय यूनियन का सबसे आखिरी सदस्य बना था। इसकी राजधानी ब्रातिस्लावा है। यहां पर मस्जिद बनवाने के लिए आज से करीब 20 साल पहले सन 2000 में यहां पर विवाद किया गया था। लोगों द्वारा इसकी राजधानी में इस्लामिक सेंटर बनाने की बात की गई थी। मगर कई विवाद होने के बावजूद भी ब्रातिस्लावा के मेयर ने स्लोवाक इस्लामिक वक्फ फाउंडेशन द्वारा प्रस्ताव भेजने पर भी मंजूरी देने से मना कर दिया।
मुस्लिम शरणार्थियों के आने पर रोक
इस देश में मुस्लिम शरणार्थियों के आने पर भी रोक लगाई गई है। सन 2015 में शरणार्थियों को रखने के लिए यूरोप के सामने एक बड़ी चुनौती आई थी। उस दौरान स्लोवाकिया ने करीब 200 ईसाइयों को अपने देश में रखने के लिए जहां हाथ बढ़ाया वहीं मुस्लमानों के आने पर रोक लगा दी। इस पर स्लोवाकिया के विदेश मंत्रालय का कहना था कि यह देश मुस्लिमानों के मुताबिक ना होने पर यानि यहां कोई मस्जिद ना होने के कारण इस देश में मुसमानों का रहना संभव नहीं है। मगर उनके इस बर्ताव को देखते हुए यूरोपीय यूनियन ने उनको गलत कहा था।
इस्लाम को अधिकारिक धर्म का दर्जा देने पर रोक
इन सबके साथ ही स्लोवाकिया ने 30 नवंबर 2016 एक कानून पास किया था। इस कानून के मुताबिक इस्लाम को आधिकारिक धर्म का दर्जा देने पर प्रतिबंध लगाना था। असल में, यह देश मुस्लिम धर्म को अपनाने के हक में नहीं हैं। इसीलिए यहां पर इस्लाम धर्म के लोग होने के बावजूद भी कोई मस्जिद नहीं बनवाई गई है।
कई और भी है सख्त कानून
- इसके अलावा इस देश ने ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए भी सख्त कानून बनाया है।
- सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक कोई भी किसी से गलत व्यवहार नहीं कर सकता है।
- जोर-जोर से बोलने व चिल्लाने में भी मनाही है।
अगर कोई इन कानूनों को तोड़ने की गलती करता है तो उसे सरकार को जुर्माना देना पड़ता है। इसके अलावा इसे कुछ गलत करने पर तुरंत पुलिस पकड़ कर ले जाती है।