कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैज्ञानिक कामयाबी के काफी करीब पहुंच गए हैं। बहुत सी कोरोना वैक्सीन का तो टीकाकरण भी शुरू कर दिया गया है। फिलहाल पूरी दुनिया में 6 तरह की वैक्सीन तैयार की जा रही है और आने वाले समय में 210 वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी। भारत की बात करें तो यहां कोरोना की 8 वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसमें मॉडर्ना और कोवैक्सीन भी शामिल हैं।
कोरोना को हराने के लिए क्या वैक्सीन ही एकमात्र उपाय
बहुत से देशों ने सोचा कि शायद वैक्सीन के बिना भी कोरोना को हराया जा सकता है जबकि ऐसा नहीं है। दरअसल, कुछ वैज्ञानिकों को लगता है कि ज्यादातर लोगों को कोरोना होने से उनका शरीर एंटीबॉडी विकसित कर लेगा जिससे हर्ड इम्यूनिटी आ जाएगी।। मगर, शोध के मुताबिक, अगर एंटीबॉडी बनने के भरोसे रहे तो काफी लोग मार जाएंगे इसलिए वैक्सीन के बिना महामारी को हराना संभव नहीं है।
1450 रूपए में मिलेगी फाइजर वैक्सीन
1. अमेरिका की फाइजर और जर्मनी की बायोटेव की सांझेदारी से तैयार की गई वैक्सीन का टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह वैक्सीन मरीजों पर 95% तक कारगार साबित हो सकती है। इस वैक्सीन की कीमत 1450 रुपए होगी।
2. वहीं, भारतीय कोरोना वैक्सीन मॉडर्ना की कीमत 750 रुपए होगी , जो इसी महीने के अंत तक आ सकती है। इसके अलावा कोवैक्सीन का तीसरा ट्रॉयल चल रहा है लेकिन कंपनी ने इसके लिए इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है। फिलहाल इसकी कोई कीमत तय नहीं की गई है।
3. एस्ट्राजेनेका की कीमत 500 रुपए होगी, जिसके लिए कंपनी ने इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है। इसके अलावा रशिया की स्पूतनिक-V का दूसरा-तीसरा ट्रायल चल रहा है, जिसकी कीमत फिलहाल तय नहीं की गई है।
भारत में ही तैयार हो रही सस्ती वैक्सीन
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वैक्सीन बनाने के लिए एक नई प्रोडक्शन लाइन शुरू कर रही है, जिसके तहत साल 2021 तक वैक्सीन के 100 करोड़ डोज तैयार हो सकते हैं। फिलहाल सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के 5 करोड़ डोज तैयार कर लिए हैं, जिसके लिए वो परमिश का इंतजार कर रहे हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO का कहना है कि भारत में सबसे सस्ती वैक्सीनें तैयार की जा रही है।