बच्चों को जिम्मेदार बनाना हर माता-पिता का सपना होता है लेकिन आपकी कुछ छोटी-छोटी बातें उन्हें जिम्मेदार व आत्मनिर्भर बनने से रोकती हैं। बच्चों में अच्छे नैतिक मूल्य उनकी परवरिश पर निर्भर करते हैं। हालांकि, यह आसान नहीं है लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप बच्चों के अंदर जिम्मेदारी की भावना विकसित कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं कैसे...
खुद करने दें काम
बच्चों को खुद की मदद करना सीखाएं। छोटे बच्चे भी कुछ काम कर सकते हैं इसलिए उन्हें खुद पर निर्भर ना रहने दें। इससे वो जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बनेंगे।
अपना बैग खुद जमाना सिखाएं
स्कूल का बैग चेक करने से लेकर उसमें किताबें रखने तक, सभी काम बच्चों को करने दें। अगर कहीं घूमने भी जाना हो तो बच्चों को अपना बैग खुद जमाने दें।
साफ-सफाई का सबक
घर की साफ-सफाई से लेकर किचन के छोटे-मोटे कामों में बच्चों की मदद लें। उन्हें गंदे कपड़े बाल्टी या वॉशिंग मशीन में डालने के लिए कहें। इससे बच्चे कपड़ों को लेकर शुरु से ही जिम्मेदार रहेंगे और उसे इधर-उधर नहीं फेंकेगें।
खुद उठने के लिए प्रेरित करें
अक्सर सुबह-सुबह मां बच्चे को उठाने के लिए आवाज लगाना शुरू कर देती है। मगर, पेरेंट्स कोशिश करें बच्चों को जल्दी सुला दें, ताकि वो सुबह खुद जल्दी उठ सकें। उनके पास अलार्म क्लॉक रख दें। इससे उनमें जिम्मेदारी का अहसास जागृत होगा।
इधर-उधर ना फेंके कूड़ा
बच्चों को सिखाएं कि वो कूड़ा इधर-उधर नहीं बल्कि डस्बिन में फेंके। कहीं बाहर भी उन्हें सड़क पर कूड़ा ना फेंकने दें। इससे वो सिर्फ घर ही नहीं बल्कि पर्यावरण की सफाई को लेकर भी जिम्मेदार बनेंगे।
गलतियों से सबक सीखना
जिम्मेदारी और आत्मनिर्भरता का यह मतलब नहीं कि उनसे कोई गलती नहीं होगी। अगर बच्चे कोई गलती करते भी हैं तो उन्हें हिम्मत और धैर्य रखने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनमें हिम्मत और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
प्रेरक कहानियां सुनाएं
बच्चों को रात को सोने से पहले कुछ प्रेरक कहानियां सुनाएं या पढ़ने के लिए कहें। उन्हें अपने बचपन की भी कुछ अच्छी बातें बताएंगे। इससे आप उन्हें आसानी से जिम्मेदारी का महत्व सीखा सकते हैं।