बढ़ता वायु प्रदूषण हमारे देश में दिल्ली जैसे महानगरों के लिए एक बहुत गंभीर समस्या है। हर साल दिवाली के समय महानगरों की हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत ही खतरनाक तरीके से बढ़ता है। यह प्रदूषण पटाखों के चलते बढ़ है, जिसके चलते दिल्ली और एनसीआर में पटाखे बैन हैं। इसका सेहत पर बुरा असर ना सिर्फ बुजुर्गों पर बच्चों में भी देखने को मिलता है। 'वायु प्रदूषण और बाल स्वास्थ्य, स्वच्छ वायु निर्धारित करना' की रिपोर्ट की मानें तो हर 5 साल के 10 बच्चों की मौत में से एक की मौत का कारण वायु प्रदूषण है।
वायु प्रदूषण से खतरा बच्चों को ज्यादा होता है। जहां बहुत से बच्चे इस वायु प्रदूषण से अस्थमा जैसी बीमारी से ग्रस्त हो जाते है, वहीं कई बच्चों की ग्रोथ भी प्रभावित होती है। बच्चों को जरुरत होती है साफ हवा-पानी के माहौल में रखने की, अच्छी फिजिकल और मेंटल ग्रोथ के लिए। आप हवा से प्रदूषण तो नहीं हटा सकते, लेकिन यह जरुर कर सकते हो की आपने बच्चों को इन नीचे दिए हुए टिप्स से वायु प्रदूषण से बचा सकते हो।
बच्चों को पहनाए मास्क
भले ही करोना महामारी का प्रकोप काफी कम हो गया है, लेकिन वायु प्रदूषण बहुत ही खतरनाक स्तर पर है, इसलिए बच्चों को N95 मास्क पहना कर ही घर से बाहर ले कर जाएं।
कम निकलें घर से बाहर
हो सके तो छोटे बच्चे को कम ही ले के जाएं घर से बाहर, तभी लेकर जाएं जब बहुत जरुरी हो।
लगाएं एयर प्यूरीफायर
सांस से जुड़ी बीमारियों से परेशान लोगों को डॉक्टर घर में एयर प्यूरीफायर लगाने की सलाह देते हैं। प्यूरीफायर में कई तरह के फ़िल्टर होते हैं, जो अशुद्ध हवा को घर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह जीवाणुओं को भी घर से बाहर निकालकर अंदर की हवा को शुद्ध बनाता है।
जंक फूड से रखें दुर
इस बात का ध्यान रखना होगा कि बच्चे ज्यादा बाहरी भोजन का सेवन न करें। जंक फूड, फास्ट फूड जैसे स्ट्रीट फूड्स और अन्य कई प्रकार की पॉल्यूशन के कारण सेहत को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं। बच्चों को साफ सुथरा और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ दें। बदाम, अनानास, गुड़, खट्टे फल, टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च, गोभी, हरी पत्तेदार सब्जियां इत्यादि अपने बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें।
तेज गंध वाली चीजों को रखें बच्चों से दूर
परफ्यूम या पेंट जैसी चीज़ें हवा में हानिकारक कण छोड़ते हैं, जिसने बच्चों को दूर रखना बेहतर है। क्योंकि ये सांस के ज़रिए फेफड़ों के लिए टॉक्सिक साबित हो सकते हैं और आगे चलकर सांस से संबंधित बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
रखें खिड़की, दरवाजे बंद
ज्यादा खिड़की, दरवाजे खुले रखने से वायु प्रदूषण घर के अंदर का वातावरण भी जहरीला कर सकता है।