एक तरफ जहां लाखों लोग कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ देश में ऐसे कई उम्रदाराज लोग सामने आए है जिन्होंने अपने खान-पान और डाॅक्टर द्वारा बताए गई सलाह के अनुसार इस खतरनाक वायरस को मात दी हैं। ऐसी ही एक और मिसाल हमारे सामने आई हैं मध्य प्रदेश के बैतूल से।
दरअसल, 103 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदीचंद गोठी ने कोरोना वायरस संक्रमण को मात दी है। वे मध्य प्रदेश के बैतूल के रहने वाले हैं और आधार कार्ड के अनुसार बिरदीचंद गोठी की डेट ऑफ बर्थ दो नवंबर 1917 है।
बीमारी में भी खुश रहे बिरदीचंद गोठी
बतां दें कि 5 अप्रैल को बिरदीचंद गोठी को कोरोना हो गया था जिसके बाद उनका इलाज घर पर ही किया गया। गोठी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया। साथ ही घर पर काम करने वाले लोगों ने सहयोग किया। मैं इस बीमारी में भी खुश रहा और सादा खाना खाया, इसलिए मैं कोरोना को मात दे सका।
अपनी इस दिन दिनचर्या से जल्दी ठीक हुए बिरदीचंद
कोरोना कैसे मात दी इस पर उन्होंने बताया कि ईश्वर की कृपा से मैं ठीक हूं। इस संक्रमण में भी मैं मानसिक रूप से ठीक रहा और खुश रहा। खान-पान ठीक रखा। इसलिए जल्द स्वस्थ हो गया। गोठी ने बताया कि मेरी बचपन से दिनचर्या ठीक रही है।सुबह जल्दी उठना, संतुलित एवं सादा आहार, नियमित व्यायाम एवं पठन-पाठन और प्रसन्नचित्त मन से अपने हर काम को करता हूं। लेकिन वर्तमान में लोग बदलते दौर में खुद को बदल रहे हैं।
कोरोना को हराने के लिए दिया ये 'गुरू मंत्र'
लोगों को बिगड़ते खान-पान को लेकर बिरदीचंद गोठी ने कहा ने बताया कि आजकल का खानपान एवं रहन-सहन लोगों को शारीरिक रूप से कमजोर कर रहा है। इसलिए सभी को सादा जीवन और सादा एवं संतुलित आहार लेने की जरूरत है। दिनचर्या को बेहतर कर शारीरिक परिश्रम करें और खुश रहें। इससे हम कोरोना को हरा सकते हैं।