कोविड-19 महामारी फैलने के तकरीबन दो साल बाद दुनिया एक और नये स्वरूप से जूझती नजर आ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक समिति ने कोरोना वायरस के नये स्वरूप को ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है और इसे बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप करार दिया है। वहीं इसी बीच कोरोना एक बार फिर अमेरिका में आतंक फैला रहा है, यहां बच्चे इसका सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं।
70% बच्चे अस्पताल में भर्ती
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (एएपी) की रिपोर्ट के अनुसार 11 से 18 नवंबर के बीच 1,41,905 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यूएस में महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक 60 लाख से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्कूल खुलने के बाद यह आंकड़ा काफी बढ़ गया है। रिपोर्ट की मानें तो 5-11 साल के 70% बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अब तक दस फीसदी बच्चे हो चुके हैं शिकार
एएपी के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में पिछले सप्ताह पाए गए कोरोना संक्रमण के कुल मामलों में एक तिहाई केस स्कूली बच्चों के हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका के करीब 68 लाख से अधिक स्कूली बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि महामारी की शुरुआत से ही अमेरिका में संक्रमण के कुल मामलों में दस फीसदी हिस्सेदारी बच्चों की है, स्कूल खुलने के बाद मासूमों पर खतरा और बढ़ गया।
नए स्वरूप ने भी बढ़ाई चिंता
वहीं कोरोना वायरस के नए स्वरूप की बात करें तो इसके सामने आते ही अमेरिका, कनाडा, रूस और कई अन्य देशों के साथ यूरोपीय संघ ने उस क्षेत्र से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देशों और कुछ अन्य देशों ने शुक्रवार को नयी यात्रा पाबंदियां लगायी और इनमें से कुछ देशों ने नए स्वरूप का पता चलने के कुछ घंटों के भीतर पाबंदियां लगा दी।
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ अमेरिका
अमेरिकी के राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि नया स्वरूप ‘‘गंभीर चिंता’’ का विषय है और यह स्पष्ट होना चाहिए कि जब तक दुनियाभर में टीकाकरण नहीं हो जाता तब तक महामारी खत्म नहीं होगी। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक 51 लाख 73 हजार 924 लोगों की मौतें हो चुकी है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभाावित हुआ है। यहां अब तक 48 लाख 90 हजार 894 मामले और 7 लाख 75 हजार 369 मौतें दर्ज हुई हैं.