सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए यातायात के नियमों का पालन और हेलमेट पहनना कितना जरूरी है यह सभी जानते हैं। मगर, बावजूद इसके देश के युवा हेलमेट पहनने से कतराते हैं। NCRB के मुताबिक, साल 2019 में करीब 4,37,396 सड़क दुघर्टनाओं के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से करीब 1,54,732 लोगों की मौत हुई जबकि 4,39,262 अन्य लोग घायल हुए। ऐसे में लोगों को यातायात और हेलमेट पहनने की जिम्मेदारी उठाई भुवनेश्वर की महिलाओं ने...
महिलाओं का जागरूकता मिशन
दरअसल, भुवनेश्वर की महिलाओं ने 32वें नेशनल रोड सेफ्टी मंथ के खास अवसर पर स्कूटर रैली निकालकर लोगों को यातायात के नियमों का पालन और हेलमेट पहनने का संदेश दिया। एक महिला कांस्टेबल ने कहा कि यातायात के नियमों का पालन हर किसी को करना चाहिए।
अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाओं ने दिया सहयोग
इस रैली का आयोजन खासतौर पर उन लोगों के लिए किया गया है जो बिना हेलमेट पहने ही टू-व्हीलर की सवारी पर निकल पड़ते हैं। इस 'वुमन स्कूटर रैली' में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाएं अपना सहयोग देने के लिए पहुंची। ट्रैफिक DCP सागरिका नाथ का कहना है कि ट्रैफिक रूल्स में हुए बदलावों के बारे में लोगों को पता होना चाहिए।
साल 2019 में भी निकाली थी 'वुमन स्कूटर रैली'
बता दें कि इससे पहले भी साल 2019 में भुवनेश्वर में इसी तरह की रैली का आयोजन किया गया था। उस समय ट्रैफिक DCP ने कहा था कि टू व्हीलर पर अगर 3 लोग बैठें है और उसमें छोटा बच्चा है तो उसके लिए हेलमेट पहनना भी जरूरी है। ऐसा इसलिए कि अगर कोई एक्सीडेंट हो जाए तो इससे गंभीर चोटें नहीं आएंगी।
कुछ लड़के-लड़कियां तो सिर्फ इसलिए हेलमेट नहीं पहनते क्योंकि उनका हेयरस्टाइल खराब हो जाएगा। जबकि इंतजार ना कर पाने की स्थिति में ना जाने कितने ही लोग यातायात नियमों का उल्लंघन कर देते हैं, जोकि गलत है। याद रखें एक सावधानी आपकी जान बचा सकती है इसलिए अपनी सेफ्टी का ध्यान रखें।