छोटे बच्चे अपनी शारीरिक समस्याएं माता-पिता से नहीं बता पाते लेकिन यदि उनको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है तो उनके शरीर में कुछ संकेत दिख सकते हैं। इन्हीं संकेतों में से एक है दूध न पीना। यदि शिशु दूध नहीं पीते तो इसका अर्थ है कि उन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, शिशु के दूध न पीने के ये कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
एलर्जी
यदि शिशु को कई एलर्जी है तो भी वह दूध पीने से मना कर सकता है। एलर्जी के कारण शिशु को उल्टी भी हो सकती है। इसके अलावा यदि वह थका हुआ महसूस करेगा तो भी वह दूध पीने से मना कर सकता है।
दर्द
यदि शिशु को कान में या फिर शरीर के किसी अन्य अंग में दर्द हो रहा है तो भी वह दूध नहीं पीते। दर्द के कारण वह परेशान महसूस करते हैं और दूध नहीं पीते।
सांस लेने में तकलीफ
अगर शिशु को सांस लेने में कोई परेशानी हो रही हो तो भी वह दूध नहीं पीएगा। इसके अलावा भी यदि वह दूध पीने की कोशिश करेगा तो उन्हें सीने में दबाव और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसी स्थिति में शिशु दूध पीने पर रो भी सकते हैं।
भूख न लगने के कारण
यदि बच्चे को आप ओवरफीडिंग करवाएंगे तो भी वह दूध पीने से मना करेंगे। इसलिए यदि उनका पेट भरका हुआ है तो आप उन्हें जबरदस्ती दूध न पिलाएं। इससे उन्हें पेट में दर्द या उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
पेट में दर्द
यदि शिशु को बहुत ज्यादा पेट में दर्द हो रही है तो भी वह दूध पीना छोड़ सकते हैं। ऐसे में आप हल्का से शिशु का पेट दबाकर देखे यदि वह रो रहा है तो आप समझ जाएं कि शिशु के पेट में दर्द हो रहा है।
इसलिए नहीं करता शिशु स्तनपान
यदि शिशु छ: महीने से छोटे हैं तो डॉक्टर उन्हें स्तनपान करवाने की ही सलाह देते हैं। परंतु कई बार शिशु स्तनपान भी नहीं करते जिसके पीछे ये कारण हो सकते हैं
. यदि दूध की कमी हो तो भी शिशु स्तनपान नहीं करेगा । अगर आप उसे जबरदस्ती स्तनपान करवाएंगे तो वह रो सकता है।
. दूध का तेज प्रवाह होने के कारण भी शिशु दूध पीना छोड़ देता है क्योंकि इस तरह दूध पीने से शिशु को तकलीफ हो सकती है।
. गलत पोजिशन में यदि आप शिशु को दूध पिलाएंगे तो भी वह दूध नहीं पीएगा। इसलिए जब भी शिशु को दूध पिलवाएं तो शिशु का सिर, छाती एक ही सीध में रखें ।
नोट: यदि फिर भी शिशु दूध न पीए तो आप एक बार एक्सपर्ट की सलाह भी जरुर ले लें।