भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। यही नहीं, नए आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने कोरोना मामलों में ब्राजील को भी पीछे छोड़ दिया है और दूसरे स्थान पर आ गया है, जो चिंता की बात है। वहीं WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम ने चेतावनी दी है कि लोग दूसरी महामारी के लिए तैयार हो जाएं।
बीमारी को कंट्रोल करना हुआ मुश्किल
दरअसल, WHO का कहना है कि लोग हेल्थ पॉलिसी पर पैसा निवेश ना करें, नहीं तो देश में दोबारा कोरोना जैसे हालात बन सकते हैं। दुनियाभर में 2.71 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं वहीं8.88 लाख से अधिक लोगों की जान चल गई है। अभी भी बीमारी जिस तरह बढ़ रही है उसे कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है।
इतिहास कई महामारियों का गवाह
टेड्रोस का कहना है कि इतिहास कई बीमारियों का गवाह रहा है। 1918-1919 में भी ऐसे ही हालात हो गए थे जब स्पैनिश फ्लू (Spanish Flu) महामारी बनकर फैला था। इसके कारण दुनियाभर में करीब 5 करोड़ लोग अपनी जान गवा बैठे थे। यह जिंदगी की एक सच्चाई है इसलिए आने वाली महामारी के लिए हमें पहले ही तैयारी कर लेनी चाहिए।
जून-2021 से पहले टीकाकरण की उम्मीद नहीं
जहां वैज्ञानिक दिसंबर तक वैक्सीन लॉन्च करने की बात कह रहे हैं वहीं WHO ने झूठी उम्मीद ना लगाने को कहा है। WHO का कहना है कि साल 2020 तक जून तक वैक्सीन लॉन्च होने की कोई संभावना नहीं है। दुनियाभर की कई वैक्सीन एडवांस क्लीनिकल ट्रायल स्टेज पर हैं लेकिन अभी तक कोई भी वैक्सीन 50% भी कारगार साबित नहीं हुआ है। महामारी को देखते हुए किसी भी वैक्सीन से यही उम्मीद लगाई जा रही है कि वो 50 % तक तो असरदार हो।
तीसरे ट्रायल में लग रहा समय
फिलहाल पूरी दुनिया में वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं, जिसमें से कई तो आखिरी चरण तक भी पहुंच गई है लेकिन लास्ट स्टेज ट्रायल में सबसे ज्यादा समय लग रहा है। आखिरी स्टेज के बाद ही यह पता लगाया जा सकता है कि वैक्सीन लोगों को दी जा सकती है या नहीं।