वास्तु शास्त्र के नियमों का घर और घर के अंदर रखी चीजों पर बहुत असर पड़ता है। मान्यता है कि अगर वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से घर न बनाया गया हो तो इसका नकारात्मक प्रभाव घर में हर रहे सदस्यों में पड़ता है। घर में सुख- शांति नहीं रहती और आर्थिक परेशानियां भी आती रहती हैं। वहीं अगर वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों का पालन किया जाए तो काफी सारी मुसीबतों से छुटकारा भी मिल जाता है। कई लोगों की शिकायत होती है कि उनके बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है या वो उनका कहना नहीं मानते। ऐसे में ये वास्तु टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
बच्चे का कमरा हो इस दिशा में
बच्चों का कमरा दक्षिण- पश्चिम दिशा में होगा तो वो आपकी बात बिल्कुल नहीं सुनेंगे। उनका कमरा घर के उत्तर- पूर्व दिशा में करें।
इस दिशा में करें सिरहाना
सिरहाना पूर्व दिशा की ओर करवाएं और पूर्व दिशा में उगते हुए सूर्य का चित्र लगाएं। वहीं इस बात का भी ध्यान रखें कि कमरा में ईशान कोण ज्यादा भारी न हो। यदि संभव हो तो ईशान कोण बिल्कुल खाली रखें। इससे बच्चे का मन पढ़ाई में ज्यादा लगेगा।
ऐसे आएगी बच्चे में सकारात्मक ऊर्जा
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए घर के दक्षिण- पश्चिम कोण की असली स्फटिक के दो गोलों का इस्तेमाल करें। इन्हें इस्तेमाल करने से पहले एक हफ्ते तक नमक के पानी में रखें। उसके बाद धोकर कांच की प्लेट में रखें। इन्हें धूप में 3 घंटे रखकर दोबारा घर के अंदर रख दें।
चित्र लगाते हुए इन बातों का रखें ध्यान
घर के दक्षिण दिशा में अपने परिवार के सदस्यों की मुस्कुराती हुए तस्वीर लगाएं। वहीं महाभारत या युद्ध के मैदान जैसे हिंसक चित्र न लगाएं।
इन चीजों को न रखें लटकाकर
चाकू, छुरी, कैंची, सुई आदि वस्तुएं खुली न रखें और रसोई में लटकाकर न रखें।