घर के एक-एक कोने का वास्तु शास्त्र में बहुत ही खास महत्व बताया गया है। इनमें से किसी भी कोने में वास्तु दोष होने से घर में नेगेटिविटी आ सकती है। इस शास्त्र में बाथरुम और टॉयलेट बनाने के कुछ खास नियम बताए गए हैं। खासकर यदि घर में अटैच्ड बाथरुम है तो इन नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए। इन नियमों को अनदेखा करने से घर में कंगाली आ सकती है और नेगेटिविटी भी पैदा हो सकती है। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
पति-पत्नी के रिश्ते पर पड़ता है असर
बहुत से लोग घर में अटैच्ड बाथरुम बनवाते है लेकिन इसका नेगेटिव प्रभाव पति-पत्नी के रिश्तों पर पड़ता है। यदि पति-पत्नी सोते समय पैर बैथरुम की ओर करते हैं तो इससे उनमें झगड़े हो सकते हैं। दोनों का आपसी रिश्ता भी खराब हो सकता है।
बंद रखें बाथरुम का दरवाजा
सोते समय बाथरुम का दरवाजा भी बंद रखें। दरवाजा खुला होने से दाम्पत्य जीवन में तकरार बढ़ सकती है। कई बार तो बात इतनी भी बढ़ सकती है कि पति-पत्नी के रिश्ते में तलाक की नौभत भी आ सकती है।
टॉयलेट की सीट रखें बंद
इसके अलावा हमेशा टॉयलेट की सीट बंद ही रखें। वास्तु मान्यताओं के अनुसार, इससे भी घर में नेगेटिव एनर्जी आने लगती है जिसे आपको घर में आर्थिक नुकसान हो सकता है।
इस तरह दूर करें वास्तु दोष
अटैच्ड बाथरुम के कारण घर में वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में इसे दूर करने के लिए बाथरुम में एक कांच की कटोरी रखें फिर इस कटोरी में सेंधा नमक भर दें। एक हफ्ते तक इस कटोरी को बाथरुम में रहने दें। फिर हफ्ते के बाद इस कटोरी का नमक बदल दें।