वैशाख माह की कल से यानी 24 अप्रैल शुरुआत हो चुकी है। धार्मिक रूप से वैशाख माह का बहुत महत्व है। स्कंदपुराण में वैशाख माह को सभी मासों में से सबसे उत्तम बताया गया है। 21 मई तक चलने वाले इस पावन माह में व्यक्ति को सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए और व्रत रखना है। इससे वो भगवान विष्णु की कृपा का पात्र बनता है। अगर आप वैशाख मास में व्रत रख रहे हैं तो कुछ नियमों का पालन जरूर करें।
वैशाख माह में इन बातों का रखें ख्याल
करें गरीबों को दान
वैशाख के महीने में राहगीरों को पानी पिलाना, प्याऊ लगवाना, रसीले फल का दान करना श्रेष्ठ माना जाता है। मान्यता है कि वैशाख में जल का दान करने से व्यक्ति के हर कष्ट दूर हो जाते हैं। उसके जीवन में खुशियों का आगमन होता है। वैशाख में दान करने से पूरे साल दान करने के समान फल मिलता है।
पशु- पक्षियों को दें दाना-पानी
वैशाख के दौरान चरम की गर्मी होती है। इस महीने पशु- पक्षियों को दाना- पानी देना चाहिए। पेड़ों को पानी दें। छाता, जूते, चप्पल, सत्तू, ठंडी चीजों का दान करें। इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा बरसाती है। इससे धन की बरकत होगी।
ना खाएं मसालेदार खाना
वैशाख के महीने में तला- भुना और मसालेदार खाने का त्याग कर दें। इससे सेहत खराब हो सकती है। एक ही समय भोजन करें। जमीन पर सोएं।
ऐसे करें पूजा
इस महीने विष्णु जी की विशेष पूजा करना चाहिए। उन्हें हर दिन स्नान कराएं, तुलसी दल अर्पित करें और सत्तू, तिल का भोग लगाएं। इस महीने में भगवान ब्रह्मा ने तिलों का निर्माण किया था अतः तिलों का विशेष प्रयोग भी होता है।
करें मांगलिक कार्य की शुरुआत
वैशाख महीने में अक्षय तृतीय का दिन समृद्धिदायक होता है। इस दिन मांगलिक कार्य, नए काम की शुरुआत, सोना- चांदी, वाहन आदि चीजों की खरीदारी करने से सालभर देवी लक्ष्मी का वास होता है। लंबे समय तक वो वस्तु सुख- समृद्धि प्रदान करती है।
इस बात का भी रखें ध्यान
इन पावन दिनों में भगवान विष्णु की पूजा के दौरान ऊं माधवाय नम: मंत्र का जाप करें। इस महीवे कांस्य के पात्र में भोजन, गर्म पानी से स्नान, देर रात में भोजन नहीं करना चाहिए। इससे सेहत के साथ सफलता पर भी असर पड़ता है।