श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात वैदिक मंत्रों के मध्य श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्यगोपालदास के सानिध्य में सात लोगों की टीम ने ठाकुर का अभिषेक किया। शुरू में भागवत भवन में ठाकुर का अभिषेक कामधेनुस्वरूपा चांदी की गाय द्वारा लगभग 15 मिनट तक किया गया। अभिषेक शुरू होने के पहले ठीक 12 बजे रात श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर शंख, नगाड़ो झांझ, घंटे -घड़यिाल एवं मृदंग की आवाज से तथा नन्द के आनन्द भये जै कन्हैयालाल की ,के उदघोष से श्रीकष्ण जमस्थान का कोना कोना गूंज उठा।
अभिषेक के बाद आरती और उसके बाद भी डेढ बजे तक मन्दिर के पट भक्तों के दर्शनार्थ खुले रहे। इस अवसर पर खुशी में टाफियां भी लुटाई गई। मन्दिर के पट बन्द होने के बाद एक घंटे से अधिक देर तक संस्थान परिसर में मौजूद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया तथा यह भी सुनिश्चित किया गया कि कोई भक्त बिना प्रसाद लिए न जाए। वृन्दावन के बांकेबिहारी मन्दिर में चाक चौबन्द व्यवस्था करने एवं केवल 500 लोगों को ही मंगला आरती के दर्शन के समय भेजने से इस बार कोई अप्रिय घटना नही घटी।
स्कान मन्दिर में रात 11 बजे वैदिक मंत्रों के मध्य अभिषेक किया गया तथा मन्दिर आए श्रद्धालुओं को भी अभिषेक का अवसर दिया गया। गुरूवार की रात अभिषेक के बाद 4 फीट लम्बा 3 फुट चैडा केक कान्हा के अवतरण की खुशी में तालियों की गड़गड़ाहट में काटा गया तथा भक्तों में वितरित किया गया । इस अवसर पर एक दर्जन से अधिक भक्तों द्वारा अलग अलग केक काटे गए और प्रसाद के रूप में वितरित किये गए।
दिन में जन्माष्टमी मनानेवाले वृन्दावन के चार मन्दिरों को छोडकर वृन्दावन, मथुरा, गोवर्धन में भी भक्तों की भारी संख्या की उपस्थिति में ठाकुर का अभिेषेक किया गया तथा भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। नन्दबाबा मन्दिर नन्दगांव के सेवायत आचार्य सुशील गोस्वामी ने बताया कि नन्दबाबा मन्दिर में आज जन्माष्टमी मनाई जा रही है। बरसाना और नन्दगांव की महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से बधाई गायन किया जा रहा है। मन्दिर में रात 12 बजे पर्दे के पीछे अभिषेक होगा तथा चरणामृत भक्तों में वितरित किया जाएगा।
मथुरा-वृन्दावन की सड़कों पर चारो ओर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि भागवत भवन मंदिर के मुख्य देवता के पास चंद्रयान-3 के साथ ही आदित्य एल1 का एक कटआउट रखा गया है। श्रद्धालु भले ही सुबह से ही भगवान के दर्शन कर रहे हैं, लेकिन आधी रात को अभिषेक समारोह के लिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लोगों की अभूतपूर्व भीड़ है। उत्सव का हिस्सा बनने के लिए दूर-दूर से कृष्ण भक्त यहां पहुंचे थे।