नए साल में हर देश के लोग खुद में कई तरह के बदलाव करते है लेकिन इस साल 2020 में यूरोप के एक देश नीदरलैंड में खुद में ही एक बदलाव किया जी है। जी हां, नए साल से नीदरलैंड ने अपने निकनेम हॉलैड को त्याग दिया है। अब तक कुछ लोग नीदरलैंड को हॉलैंड के नाम से ही बुलाते है। इतना ही नहीं, देश के पर्यटन वेबसाइट का नाम भी Holland.com (हॉलैंड डॉट कॉम) था लेकिन इस नए साल से यहां के लोग और पर्यटन इसे नीदरलैंड के नाम से बुलाएंगे।
रीब्रैंडिंग पर खर्च किए जा रहे 1 करोड़ 59 लाख
अब नए साल में नीदरलैंड में सभी कंपनियों, दूतावासों, मंत्रालयों और विश्वविद्यालयों में हॉलैंड का नाम छोड़ दिया गया है। इस बारे में देश और दुनिया को लोगों को जागरुक करने के लिए रीब्रैंडिंग कैंपेन शुरु की है। जिसके लिए देश द्वारा दो लाख यूरो यानी तकरीबन 1 करोड़ 59 लाख रुपए का बजट तैयार किया गया है। ताकि लोगों तक नीदरलैंड के नए लोगो और नाम की जानकारी पहुंच सकें। वहीं अब यहां पर घूमने आने वाले लोगों को भी इसका नया नाम ही याद रखना होगा।
ओलंपिक में भाग लेना है इसकी वजह
असल में हॉलैंड नीदरलैंड का ही एक हिस्सा है जिसमें एम्स्टर्डम, रॉटरडैम और द हेग जैसे प्रसिद्ध डच शहर शामिल हैं लेकिन अधिकतर लोग देश को ही हॉलैड कह देते है। इसके अतिरिक्त नए साल में उपनाम छोड़ने का मुख्य कारण टोक्यो में होने वाली ओलंपिक 2020 में भाग लेना भी है। इसके साथ ही इसके पीछे देश में पर्यटकों को बढ़ना भी है ताकि लोग हॉलैड की जगह को छोड़ अन्य जगहों पर भी घूमने के लिए जाएं।
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