नारी डेस्क: बच्चों की अच्छी आदत ही उनको उनके जीवन में सफल बनती है। इसलिए पेरेंट्स को बच्चों के ऊपर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। बच्चों की अच्छी परवरिश करनी है तो पैरेंट्स को उनके साथ ऐसी चीजें कभी नहीं करनी चाहिए, जो उनके दिल-दिमाग पर गहरा असर डाल सकती है। बदलती लाइफस्टाइल और मोबाइल,इंटरनेट के कारण बच्चों की अच्छी परवरिश करना आज पेरेंट्स के लिए एक बड़ी चनौती बन गया है। आपका व्यवहार, आपकी आदतें बच्चे सीखेंगे और वैसा ही दूसरों के साथ करेंग। इसलिए भागदौड़ और बिजी शेड्यूल के बावजूद भी आपको बच्चों के सामने छोटी-छोटी हरकतों पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। क्योंकि ये लाइफटाइम के लिए उनकी आदत बन जाएगी, जो उसके फ्यूचर के लिए ठीक नहीं होगी। इसलिए अगर अच्छे माता-पिता बनना है और बच्चों की परवरिश ठीक ढंग से करनी है तो आज से ही अपनी इन आदतों को बदले ताकि बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़े। आइए नज़र डाले इन विशेष आदतों पर।
बच्चों की उनके दोस्तों के साथ तुलना करना:
अक्सर पेरेंट्स ऐसे करते हैं, की वे अपने बच्चों की उनके ही दोस्तों या पड़ोसियों के बच्चों के साथ तुलना कर देते हैं, जिससे उनके मेन्टल हेल्थ पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए पेरेंट्स को तुलना करने वाली आदत को छोड़ना चाहिए। हर बच्चे की अपनी-अपनी खासियत होती हैं। इसलिए कभी भी अपने बच्चे को दूसरे बच्चों से कंपेयर न करे। हो सकता है कि आपका बच्चा किसी एक काम में दूसरों से अच्छा न कर रहा हो लेकिन कई ऐसी भी एक्टिविजिट होंगी, जिसमें वह सबसे आगे और बेस्ट होगा। इसलिए उसे उसकी इस खासियत के बारे में बताएं और प्रोत्साहित करें।
फेलियर होने पर बच्चों पर गुस्सा न करे:
कई बार पेरेंट्स बच्चों पर उनके एग्ज़ॅम्स में फ़ैल होने पर नाराज़गी जाहिर करते हैं,जो की ठीक भी हैं। लेकिन कई बार बच्चे प्रेशर में और स्ट्रेस में आकर गलत कदम भी उठा लेते है। इसलिए उन्हें फेल होने की स्थिति से डील करना भी सीखाएं। कई बार हारने से भी बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिलता है।
खुद में बदलाव लाएं:
अच्छी पैरेंटिंग के लिए कई आदतों माता-पिता को खुद भी छोड़ देनी चाहिए। इससे बच्चों का भविष्य शानदार हो सकता है। बच्चों पर आरोप लगाने से अच्छा है कि आप अपनी छोटी-छोटी बुरी आदतों को छोड़ दें और उसके परवरिश पर ध्यान लगाएं।
बच्चों की हर इच्छा कर सकती हैं उन्हें बर्बाद:
कभी-कभी बच्चों की मांग से पहले ही उनकी इच्छा पूरी करना उन्हें बिगाड़ सकता है। कई माता-पिता ऐसे होते हैं कि बच्चे कुछ भी मांगे, उससे पहले ही उन्हें लाकर सामान दे देते हैं। ऐसे में ध्यान रखना चाहिए कि ये आदत बच्चों पर गलत प्रभाव डाल सकती है। इसलिए जब भी कुछ लाएं तो इस बात का ख्याल रहे कि बच्चे को उसकी जरूरत होनी चाहिए।
बच्चों के साथ टाइम स्पेंड करें:
बदलते लाइफस्टाइल और समय का कम होना कई बार बच्चों पर बुरा असर डाल देता हैं। बच्चे पूरा दिन घर में अकेले रहते हैं, वे अपने मन की बाते शेयर नहीं कर पाते। जिससे धीरे-धीरे वे अकेलापन महसूस करने लगते है। इसलिए बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं ताकी आप उनके दोस्त बन सके। एक बार जब आपका बच्चा आपको दोस्त मान लेगा तो वो खुद आपके साथ सारी बातें साझा करेगा।