भारतीय वास्तुकाला में मुगलों का बहुत बड़ा योगदान है। आज अगर हम बात करें मुहब्बत की निशानी माने जाने वाले ताज महल की, लाल किला या आगरा किले जैसी स्मारक सबसे पहले हमारे दिमाग में आते हैं। इनकी शानदार वास्तुकाल, भव्यता और आश्चर्यजनक रूप से सुंदर संरचनाएं ने केवल भारतीयों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी बहुत ज्यादा आकर्षित करते हैं।
ताज महल
अपनी खूबसूरती से सबको मंत्रमूग्ध कर देने वाला ताजमहल को बनाने में लगभग 22 साल का समय लगा था। इसे शाहजहां ने अपनी मृत बेगम मुमताज महल की याद में बनाया था। इसे प्यार की निशानी को लोग दूर-दूर से देखने आते हैं।
लाल किला
दिल्ली का लाल किला जो यूनेस्को की विश्वधरोहर में शामिल है। इसे भी मुगल सम्राट शाहजहां ने बनवाया था। लाल किले से हर साल प्रधानमंत्री स्वंतत्रा दिवस पर राष्ट्रीय धव्ज फहराते हैं।
जामा मस्जिद
जामा मस्जिद को दुनिया की सबसे खूबसूरत मस्जिदों में से एक माना जाता है। इसमें 25000 लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं। इसका निर्माण भी शाहजहां के शासनकाल में हुआ था।
बुलंद दरवाजा
फतेहपुर सीकती का बुलंद दरवाजा। इसे मुगल महान सम्राट अकबर ने 1601 में बनवाया था। यह स्मारक गुजरात पर जीत के जश्न मनाने के लिए बनाया गया।तभी इसे 'जीत का द्वार' भी कहते हैं।
शालीमार बाग
श्रीनगर में झीलों और बगीचों की भूमि में स्थित शालीमार बाग सभी फूल प्रेमियों के लिए बहुत खूबसूरत जगह है। इसे सम्राट जहांजीर ने अपनी पत्नी नूरजहां के लिए 1619 में बनवाया था।