पहले लोग जहां स्टील के बजाए पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं, आज लोग तांबे के बर्तन का फायदे देखकर उसी में पानी पीना पसंद करते हैं। बाजार में भी कई तरह के स्टाइलिश बर्तन आपको मिल जाएंगे। आयुर्वेद में माना गया है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से हमारा शरीर में वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है जो शरीर को कई तरह के रोगों से बचाता है। आइए जानते हैं इसके कई फायदे-
1.इस पानी को पेट की समस्याओं को दूर करने वाला माना जाता है. ये पेट की आंतों में जमा गंदगी को भी साफ कर देता है और गैस, एसिडिटी आदि समस्या से छुटकारा दिलाता है।
2.तांबा रक्त शुद्धि का काम करता है. इस पानी को पीने से स्किन से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।
3.तांबे के पानी में एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो आर्थराइटिस की समस्या से बचाते हैं।
4. इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते हैं, जो इस घातक रोग से बचाव करने में मददगार माने जाते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि तांबे के बर्तन का अच्छी तरह से फायदा लेने के लिए इसके कुछ नियमों को जानना बहुत जरूरी है, साथ ही कुछ गलतियों से बचने की कोशिश करें, वरना सेहत से जुड़ी मुश्किलें बढ़ सकती हैं....
वैसे तो सुबह खाली पेट तांबे की बोतल से पानी पीना अच्छा माना जाता है, लेकिन अगर आप ने जाने- अजाने ये गलतियां कर दी तो ये ही पानी आपके लिए जहर बन जाएाा...
तांबे के बोतल से दिन भर पानी पीना
यदि आप दिन भर तांबे की बोतल या बर्तन में रखा पानी पी रहे हैं, तो संभावना है कि आपके बॉडी में कॉपर की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाए। इससे गंभीर मतली, चक्कर आना, पेट दर्द के साथ लिवर और किडनी के फेल होने का खतरा भी हो सकता है।
तांबे के बर्तन या बोतल को नियमित रूप से धोना
तांबे के बर्तन को नियमित रूप से नहीं धोना चाहिए। रोज धोने से इसके लाभकारी गुण कम होने लगते हैं। इसलिए इसे प्रत्येक उपयोग के बाद केवल साफ पानी से अच्छी तरह खंगालें। और महिने में एक बार नमक और नींबू का उपयोग करके अच्छी तरह से सफाई करें।
तांबे के बर्तन में नींबू और शहद मिले पानी का सेवन
ये बात बिल्कुल सच है कि सुबह खाली पेट नींबू शहद घुला पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन जब आप इस पानी को तांबे के बर्तन में पीते हैं, तो यह जहर जैसा काम करती है। दरअसल, नींबू में पाया जाने वाला अम्ल कॉपर से मिलकर बॉडी में एसिड बनाता है, जिससे पेट दर्द, पेट में गैस और उल्टी होने का खतरा रहता है।